ड्रग्स केसः अकाली नेता बिक्रम मजीठिया की कोठी पर पुलिस की दबिश, लटकी है गिरफ्तारी की तलवार
मोहाली पुलिस के इंस्पेक्टर कैलाश ने पुलिस पार्टी के साथ मंगलवार की सुबह रेड डाली। मोहाली पुलिस कोठी के अंदर लगभग 50 मिनट तक रही और चप्पा चप्पा खंगला। हालांकि पुलिस पार्टी को मजीठिया की कोठी के भीतर से कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली।
जासं, जालंधर। ड्रग्स केस में फंसे अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं हो रही हैं। सोमवार को हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद मंगलवार सुबह अमृतसर के ग्रीन एवेन्यू स्थित उनकी कोठी पर मोहाली पुलिस ने दबिश दी है। इंस्पेक्टर कैलाश ने पुलिस पार्टी के साथ मंगलवार की सुबह रेड डाली। मोहाली पुलिस कोठी के अंदर लगभग 50 मिनट तक रही और चप्पा चप्पा खंगला। बता दें पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सोमवार को पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। इसके बाद मजीठिया पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी थी। पता चला है कि बिक्रम मजीठिया हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जाने की तैयारी कर रहे हैं।
बता दें कि पंजाब की राजनीति में पिछले साल उस वक्त हड़कंप मच गया था जब ड्रग्स रैकेट की जांच की 2018 की स्टेटस रिपोर्ट के आधार पर पूर्व मंत्री और अकाली दल नेता बिक्रम मजीठिया पर एफआईआर दर्ज की गई। इसके बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया। एक कांग्रेस यह आरोप लगाती रही कि गिरफ्तारी के डर से बिक्रम मजीठिया अंडरग्राउंड हो गए हैं तो अकाली दल प्रमुख सुखबीर बादल ने कहा कि सत्तापक्ष राजनीतिक रंजिश निकाल रहा है। बिक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी को लेकर बेबजह तूल दिया जा रहा है।
इस मामले में 11 जनवरी को बिक्रम मजीठिया को हाई कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी थी। उन्हें केस की जांच कर रही एसआईटी के सामने पेश होने को कहा था। मजीठिया 12 जनवरी को पूछताछ के लिए एसआईटी के सामने पहुंचे थे। उन्होंने हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका लगाई थी जिसे 24 जनवरी को खारिज कर दिया गया।
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