Punjab Chunav 2022: जिनकी झलक को तरसते थे, वह चूल्हे के पास आकर बैठ गए
Punjab Chunav 2022 सोनू सूद खुलकर चुनाव प्रचार तो नहीं कर रहे हैं लेकिन चुनिंदा जगहों पर बहन के साथ जा रहे हैं। इस दौरान मुंबई व हैदराबाद से आई डिजिटल विशेषज्ञों की टीम भी उनके साथ रहती है।
सत्येन ओझा, मोगा। गांव मंगेवाला की हरभजन कौर अपने रोजमर्रा के काम में व्यस्त थीं कि अचानक अपने घर के दरवाजे पर फिल्म अभिनेता सोनू सूद को देख कर हैरान रह गईं। सोनू सूद यहां अपनी बहन व मोगा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मालविका सूद सच्चर के लिए प्रचार करने पहुंचे थे। जब वह घर के अंदर आए तो हरभजन कौर रसोई में चाय बना रही थीं। उनके आते ही परिवार के लोग कुर्सी लेने के लिए अंदर कमरे की ओर दौड़े, लेकिन जब तक वे कुर्सी लेकर आते सोनू सूद व उनकी बहन मालविका सूद घर की मालकिन हरभजन कौर के साथ उनके गैस चूल्हे के पास ही बैठ गए। जिस अभिनेता को परिवार सिर्फ रूपहले पर्दे पर देखता था और उनकी एक झलक पाने को तरसता, उन्हें रसोई में जमीन पर बैठे देख हरभजन अचंभित रह गईं। इससे पहले कि चुनाव की कोई बात चलती, सोनू सूद ने चाय की गुजारिश कर दी।
थोड़ी ही देर में आसपास के घरों से महिलाएं और युवतियां भी वहां पहुंच गईं और उनके साथ फोटो खिंचवाने लगीं। चाय की चुस्कियों के बीच सोनू ने हरभजन के परिवार के लोगों का हालचाल जाना। उन्होंने पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर कोई बात नहीं की। वह परिवार के सदस्यों व अन्य लोगों से यही पूछते रहे कि वह इस गांव के लिए क्या कर सकते हैं। यहां किन-किन सुविधाओं की कमी है। सोनू जब उठकर जाने लगे तो गांव की महिलाएं मालविका के आसपास जमा हो गईं। सोनू सूद खुलकर चुनाव प्रचार तो नहीं कर रहे हैं, लेकिन चुनिंदा जगहों पर बहन के साथ जा रहे हैं। इस दौरान मुंबई व हैदराबाद से आई डिजिटल विशेषज्ञों की टीम भी उनके साथ रहती है। सोनू ग्रामीणों से गांव के साधारण युवक जैसा बर्ताव करते हैं। चुनाव की बात न करके समस्याओं पर ज्यादा चर्चा करते हैं।
चन्नी की पारी जारी रहेगी, अभी तो टी ब्रेक हुआ है: सोनू सूद ने दैनिक जागरण से बातचीत में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सिद्धू कमाल के नेता हैं। उनकी ऊजा से अन्य नेताओं को भी ऊर्जा मिलती है। वहीं, सीएम चन्नी ने जिस तरह हाल के कुछ महीनों में काम किए हैं, उससे लगता है कि अभी तो टी ब्रेक हुआ है। उनकी पारी जारी रहेगी। वह अच्छे इंसान हैं। उनका सोच भी अच्छा है। समाज के छोटे से छोटे व्यक्ति के बारे में सोच रहे हैं। उनकी समस्याएं हल कर रहे हैं। उनके काम को देखते हुए उन्हें दोबारा मौका मिलना चाहिए।