Civil Hospital में बायोमीट्रिक मशीनें खराब, हाजिरी लगाने के लिए लाइन में लग रहा स्टाफ
सिविल अस्पताल में डॉक्टरों व स्टाफ की हाजिरी के लिए लगाई बायोमीट्रिक मशीनें चार दिन से खराब पड़ी हैं।
जेएनएन, जालंधर। सिविल अस्पताल में लेट लतीफ डॉक्टरों व स्टाफ पर शिकंजा कसने के लिए आधुनिक तकनीक का परेशानी का कारण बनने लगी है। सेहत विभाग की ओर से सिविल अस्पताल में डॉक्टरों व स्टाफ की हाजिरी के लिए बायोमीट्रिक मशीनें लगाई थी। पिछले चार दिन से मशीनों में खराबी के चलते स्टाफ को हाजिरी लगाने के लिए परेशानी का सामना करन पड़ रहा है। अस्पताल प्रशासन इन्हें ठीक करवाने के लिए संबंधित विभाग को शिकायत करने की बात कह रहा है। सिविल अस्पताल में दो माह पहले डॉक्टरों व स्टाफ की हाजिरी लगाने के लिए पांच बायोमीट्रिक मशीनें लगाई थी। इनमें से तीन ट्रॉमा सेंटर तथा दो मेडिकल सुपरिंटेंडेंट आफिस में है। अस्पताल में करीब साढे़ तीन सौ के करीब स्टाफ के सदस्य हैं जो शिफ्ट में ड्यूटी करते हैं।
सरकारी छुट्टी तथा शनिवार व रविवार को मेडिकल सुपरिटेंडेंट का आफिस बंद होने की वजह से हाजिरी लगाने वालों की पूरी भीड़ ट्रॉमा सेंटर में होती है। मेडिकल सुपरिंटेंडेंट ऑफिस में एक तथा ट्रॉमा सेंटर में दो मशीनें खराब हैं। सुबह, दोपहर और शाम को हाजिरी लगाने वाले डॉक्टरों व स्टाफ को लंबा इंतजार करना पड़ता है। नर्सिग स्टाफ का कहना है कि हाजिरी लगाने में देरी होने से वार्ड में भी देरी से पहुंच रहे है और वहां तैनात स्टाफ को भी देरी से रिलीव करना पड़ रहा है। ट्रॉमा सेंटर में तैनात डॉक्टरों व स्टाफ का कहना है हाजिरी लगाने के लिए उन्हें ड्यूटी समय से 30-40 मिनट पहले पहुंचना पड़ रहा है। उन्होंने स्टाफ की हाजिरी के लिए जच्चा-बच्चा वार्ड में भी बायोमीट्रिक मशीन लगाने की गुहार लगाई है।
विभाग ने समस्या जल्द हल करवाने का दिया आश्वासन
सिविल अस्पताल की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. जसमीत कौर बावा का कहना है कि बायोमीट्रिक मशीनों की समस्या काफी दिनों से चल रही है। विभाग को इन्हें ठीक करवाने व इनकी संख्या बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है। विभाग ने समस्या का समाधान जल्द ही करने का आश्वासन दिया है।