मजीठिया ने चट्टोपाध्याय को बताया नालायक डीजीपी, बोले- उसके कार्यकाल में हुई बेअदबी व पीएम की सुरक्षा में चूक
बिक्रम मजीठिया के गोल्डन गेट पर पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि उनके खिलाफ बहुत बड़ी साजिश रची गई। जिस डीजीपी ने साजिश रची उसके कार्यकाल में ही श्री हरिमंदिर साहिब में बेअदबी हुई। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ड्रग तस्करी केस में हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद पहली बार अमृतसर पहुंचे। बिक्रम मजीठिया का गोल्डन गेट पर शिरोमणि अकाली दल के वर्करों और नेताओं की ओर से फूल मालाएं भेंट कर स्वागत किया गया। बिक्रम मजीठिया ब्यास से चले और बाद दोपहर श्री हरमंदिर साहिब पहुंचे। पूरे रास्ते अकाली वर्करों और नेताओं ने उनका अलग-अलग स्थानों पर स्वागत किया। बिक्रम मजीठिया खुली जीप पर सवार होकर अमृतसर पहुंचे। गोल्डन गेट पर उनके स्वागत में अकाली दल के वर्करों ने काफी समय तक आतिशबाजी की।
इस दौरान कोविड-19 के नियमों और चुनाव अयोग के एलान किए नियमों का भी अकाली वर्करों ने खुलेआम उल्लंघन किया। श्री हरमंदिर साहिब पहुंचने पर भी कोविड-19 का उल्लंघन होता रहा। इस दौरान बिक्रम मजीठिया ने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कहा कि उसके खिलाफ सरकार ने एक साजिश रची थी और झूठे केस में फसाया गया। जमानत मिलने के साथ इस साजिश से पर्दा उठना शुरू हो गया है। बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि उनके खिलाफ बहुत बड़ी साजिश रची गई। जिस डीजीपी ने साजिश रची उसके कार्यकाल में ही श्री हरिमंदिर साहिब में बेअदबी हुई। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई। लुधियाना अदालत में बम ब्लास्ट हुए। यह डीजीपी नालायक है। डीजीपी ने अपने पद का गलत इस्तेमाल किया। वह यूपीएससी से रिजेक्ट है।
मजीठिया ने सिद्धू पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ठोको ताड़ी जहां से भी उम्मीदवार खड़ा हो जाए, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरी पार्टी जिस हलके से चुनाव लड़ने का आदेश देगी, मैं वहां से चुनाव लड़ूंगा। विक्रम ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक मामले में नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी के ऊपर भी मामला दर्ज होना चाहिए। मेरे ऊपर दर्ज की गई झूठी एफआइआर की जांच के संबंध में मुख्यमंत्री पंजाब कांग्रेस प्रधान और पंजाब के गृहमंत्री के टेलीफोन यहां तक के तत्कालीन डीजीपी चट्टोपाध्याय के फोन कॉल डिटेल और इनके कार्यालयों और घरों के सीसीटीवी कैमरे जब्त करके इनकी गहराई से जांच होनी चाहिए।