आखिर जालंधर-चंडीगढ़ रोड के तीनों टोल प्लाजा में क्याें लग रही वाहनों की कतारें, कारण जान आप रह जाएंगे हैरान
जालंधर से चंडीगढ़ मार्ग पर बहराम बछवां एवं कुराली के नजदीक टोल प्लाजा हैं। यहां फास्टैग को लेकर कुछ न कुछ समस्या बनी रहती है और इस कारण वाहनों की कतार लग जाती है। कभी फास्टैग स्कैन मैन्युअली करना पड़ता है तो कभी बैरियर ग्रीन सिग्नल नहीं होता।
मनुपाल शर्मा, जालंधर। लगभग डेढ़ वर्ष तक बंद रहने के बाद दोबारा चालू किए गए टोल प्लाजा पर सिस्टम दुरुस्त नहीं होने के चलते वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं। जालंधर-चंडीगढ़ मार्ग पर पड़ते तीनों टोल प्लाजा में कोई न कोई समस्या खड़ी हो रही है। इस वजह से किसी भी समय कोई भी लेन बंद कर दी जाती है और वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। तेजी से किसी लेन की तरफ बढ़ रहे वाहनों को अचानक ही रोक दिया जाता है और दूसरी लेन में जाने के लिए कहा जाता है। ऐसे में उस लेन में पहले से ही खड़े वाहन चालक किसी दूसरे वाहन को कतार में आने ही नहीं देते हैं, जिस वजह से टोल प्लाजा पर वाहन चालकों में भी बहस हो रही है।
परेशानी की जिम्मेदारी कोई नहीं ले रहा
यह सबकुछ तब हो रहा है जब टोल प्लाजा के ऊपर यह साफ तौर पर लिखा है कि बिना फास्टैग वाले और ब्लैक लिस्टेड फास्टैग वाले वाहन से दुगना टोल वसूला जाएगा। बावजूद इसके टोल प्लाजा पर सिस्टम दुरुस्त न होने की वजह से हो रही परेशानी की जिम्मेदारी कोई नहीं ले रहा है।
बहराम, बछवां एवं कुराली के नजदीक हैं टोल प्लाजा
जालंधर से चंडीगढ़ मार्ग पर बहराम, बछवां एवं कुराली के नजदीक टोल प्लाजा बनाए गए हैं, जिन पर ऐसी समस्या खड़ी हो रही है। कुछ टोल प्लाजा पर फास्टैग स्कैन नहीं हो पा रहे हैं और हाथ में पकड़ी जाने वाली मशीनों से फास्टैग को स्कैन करना पड़ रहा है। कुछ टोल प्लाजा पर ऑटोमेटिक गेट फास्टैग स्कैन होने के बावजूद भी नहीं खुल पा रहे हैं या ग्रीन सिग्नल नहीं आ रहा है। वहां खड़े मुलाजिम हाथ से ही इशारे कर वाहनों को निकलने के लिए कह रहे हैं। इस वजह से असमंजस की स्थिति भी उत्पन्न हो रही है और टोल प्लाजा पर लंबा समय भी लग रहा है। इस समस्या के बारे तीनों ही टोल प्लाजा के ऊपर किसी अधिकारी से बात संभव नहीं हो सकी है।