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बड़ी लापरवाही: अमृतसर में इन्फलूएंजा लैब में मिक्स हुए कोविड सैंपल, नेगेटिव को भी बताया पॉजीटिव

अमृतसर स्थित सरकारी मेडिकल कालेज की इन्फ्लूएंजा लैब में कोविड के सैंपल मिक्स हो गए। इसके कारण नेगेटिव भी पॉजीटिव आ गए। पांच मई को कुल 932 लोग बताए थे पॉजीटिव। अब इन लोगों के दोबारा सैंपल लिए जाएंगे।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 12:24 PM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 05:36 PM (IST)
बड़ी लापरवाही: अमृतसर में इन्फलूएंजा लैब में मिक्स हुए कोविड सैंपल, नेगेटिव को भी बताया पॉजीटिव
अमृतसर में मिक्स हो गए कोरोना सैंपल। सांकेतिक फोटो

अमृतसर [नितिन धीमान]। सरकारी मेडिकल कालेज स्थित इन्फ्लूएंजा लैब में सेहत विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। लैब में कोरोना टेस्ट के लिए भेजे गए सैंपल आरटीपीसीआर मशीन के रिजेंट नेगेटिव और पॉजीटिव के साथ मिक्स हो गए। इस कारण सैंपलों की रिपोर्ट पॉजीटिव आ गई। यह गड़बड़ी तब सामने आई जब सिविल अस्पताल स्थित आइडीएसपी लैब में कार्यरत पांच कर्मियों की पॉजीटिव रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने दोबारा टेस्ट करवाया तो वे नेगेटिव पाए गए।

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दरअसल, पांच मई को अमृतसर में अचानक 932 लोग संक्रमित पाए गए थे। इनमें सिविल अस्पताल स्थित आइडीएसपी लैब के माइक्रोबायोलाजिस्ट सहित पांच मुलाजिम भी शामिल थे। ऐसे में इस लैब को बाद में बंद कर दिया गया, लेकिन इन पांचों कर्मचारियों को शंका थी कि एक साथ सभी पॉजीटिव कैसे हो सकते हैं। यही नहीं पांच मई को जिले के अलग-अलग ब्लाकों से इनफ्लुएंजा लैब में लाए गए सैंपलों में से 80 प्रतिशत पॉजीटिव आए थे। इसी के बाद सेहत विभाग को कुछ संदेह हुआ और फिर इसकी जांच की गई।

इस तरह संदेह और मजबूत हुआ और पकड़ में आया मामला

मजीठा स्थित स्वास्थ्य केंद्र से 54 सैंपल इन्फ्लूएंजा लैब में भेजे गए थे। ये सभी पॉजीटिव बताए गए। इस मामले की भनक जब मेडिकल कालेज प्रशासन को लगी तो उन्होंने अपने स्तर पर जांच की। इस दौरान आरटीपीसीआर मशीन में लगे रीजेंट की जांच की गई तो पता चला कि कुछ रीजेंट नेगेटिव व पॉजीटिव सैंपलों में मिक्स हो गए थे। इसी वजह से रिपोर्ट में गड़बड़ी आई। फिलहाल इन रीजेंट को हटाकर नए लगा दिए गए हैं।

समझें क्या है रीजेंट

रीजेंट एक प्रकार का कंपोनेंट होता है जो मशीन में कोविड सैंपलों की टेस्टिंग के दौरान इस्तेमाल किया जाता है। यह कंपोनेंट लीक होने के कारण सभी सैंपलों में मिक्स हो गया और इसी कारण सभी की रिपोर्ट पॉजीटिव बताई गई।

927 लोगों से फिर संपर्क कर सैंपल लेगा विभाग

पांच मई को 932 लोग पॉजीटिव रिपोर्ट हुए थे। इनमें लैब के पांच कर्मचारी भी थे। लैब के पांच कर्मचारियों ने तो अपना टेस्ट दोबारा करवा लिया, लेकिन बाकी जिन 927 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव बताई गई है उन तक स्वास्थ्य विभाग फिर संपर्क करेगा। उनके दोबारा टेस्ट होंगे।

प्रिंसिपल ने लैब इंचार्ज से कहा, दोबारा न हो ऐसी गलती

मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डॉ. राजीव देवगन ने इन्फ्लूएंजा लैब की इंचार्ज डॉ. लवीना ओबराय को बुलाकर इस संबंधी जवाब मांगा। डॉ. देवगन ने उन्हें कहा कि इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसे सुनिश्चित करें।


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