पंजाब में दुष्कर्म मामले में भगोड़े को पकड़ने गई पुलिस पार्टी पर हमला, वर्दी फाड़ी; मोबाइल भी छीना
लड़की को अगवा करके दुष्कर्म करने के मामले में भगोड़े आरोपित को जब पुलिस पार्टी ने काबू किया तो गांव के लोगों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। इस दौरान आरोपितों ने कांस्टेबल गुरसाहिब सिंह की वर्दी फाड़ दी और हेड कांस्टेबल का मोबाइल छीना।
तरनतारन, जेएनएन। लड़की को अगवा करके दुष्कर्म करने के मामले में भगोड़े आरोपित को जब पुलिस पार्टी ने काबू किया तो गांव के लोगों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। इस दौरान आरोपितों ने पुलिस कांस्टेबल गुरसाहिब सिंह की वर्दी भी फाड़ दी, जबकि हेड कांस्टेबल प्रगट सिंह का मोबाइल छीनकर उसे घायल कर दिया। इतना ही नहीं आरोपितों ने भगोड़े आरोपित को पुलिस की गिरफ्त से छुड़वा लिया। मौके पर पहुंची पुलिस पार्टी ने कार्रवाई करते हुए 21 लोगों के खिलाफ थाना गोइंदवाल साहिब में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले ने बताया कि विधानसभा हलका खडूर साहिब के गांव तुड़ निवासी भूपिंदर सिंह उर्फ भिंदा के खिलाफ 23 अप्रैल 2017 को लड़की को अगवा करके दुष्कर्म करने व मारपीट करने का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसमें आरोपित को भगोड़ा करार दिया जा चुका था। एसएसपी ने बताया कि थाना गोइंदवाल साहिब प्रभारी जसवंत सिंह को सूचना मिली कि भूपिंदर सिंह भिंदा अपने गांव में ही रह रहा है। एंटी नारकोटिक्स सैल के एएसआइ नरिंदरपाल सिंह की अगुआई में पुलिस पार्टी वीरवार दोपहर को गांव तुड़ पहुंची। पुलिस ने आरोपित भूपिंदर सिंह भिंदा को काबू करके गाड़ी में बिठा लिया।
इस दौरान आरोपित भिंदा का पिता जोगिंदर सिंह, मां महिंदर कौर, भाई बलजीत सिंह, बहन संदीप कौर के अलावा सुमनदीप कौर मनू, कुलविंदर कौर, जगीर सिंह, संदीप सिंह व 10 अज्ञात लोगों ने पुलिस पार्टी को घेरकर हमला कर दिया। महिलाओं ने शोर मचाते हुए गाली-गलौज करना शुरू कर दिया और गाड़ी के आगे लेट गई। इस दौरान पुलिस पार्टी के साथ मारपीट की और कांस्टेबल गुरसाहिब सिंह व हेड कांस्टेबल प्रगट सिंह की वर्दी फाड़कर मोबाइल छीन लिया और दोनों को घायल कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही सब डिवीजन गोइंदवाल साहिब के डीएसपी रमनदीप सिंह भुल्लर मौके पर पहुंचे। इतने में आरोपितों ने भगोड़े भूपिंदर सिंह भिंदा को पुलिस की गिरफ्त से छुड़वा लिया और मौके से फरार हो गए। एसएसपी ने बताया कि थाना गोइंदवाल साहिब में आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जा रही है।