बठिंडा में असम का उग्रवादी बना रहा था अवैध हथियार, पुलिस ने दो देसी पिस्तौलों के साथ किया गिरफ्तार
बठिंडा पुलिस ने असम के बक्सा जिले से संबंधित एक उग्रवादी को गिरफ्तार कर उससे दो देसी पिस्तौलें बरामद की हैं। उसकी पहचान संजय बोरो के रूप में हुई है। वह असम के उग्रवादी संगठन बोडो लिब्रेशन टाइगर फोर्स का सदस्य रहा है।
बठिंडा [गुरप्रेम लहरी]। बठिंडा पुलिस ने असम के बक्सा जिले से संबंधित एक उग्रवादी को गिरफ्तार कर उससे दो देसी पिस्तौलें बरामद की हैं। उसकी पहचान संजय बोरो के रूप में हुई है। वह असम के उग्रवादी संगठन बोडो लिब्रेशन टाइगर फोर्स का सदस्य रहा है, जिसने 2003 में सरेंडर कर दिया था। बठिंडा के डीएसपी सिटी 2 आशवंत सिंह ने पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि असम के एक उग्रवादी संगठन से जुड़ा का व्यक्ति बठिंडा के थाना सिविल लाइन क्षेत्र में घूम रहा है।
पुलिस ने नाकाबंदी कर उसको रोक कर तलाशी ली तो उससे दो देसी पिस्तौलें बरामद हुई। उसके मोबाइल की जांच की तो उसमें असम के एक उग्रवादी ग्रुप के नेताओं के फोटो भी मिले। इसके बाद उसे तुरंत गिरफ्तार कर उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने असम के वांटेड उग्रवादियों से संबंध होने की बात कबूल की है। वह बठिंडा में कहां रहता था और यहां किन लोगों के संपर्क में था, पूछताछ की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि उसके पास से कुछ स्थानीय लोगों ने नाम पते भी मिले हैं। पुलिस पूछताछ कर रही है कि यह नाम उसने क्यों लिख रखे थे।
मुक्तसर का अमरीक सिंह लाया था बठिंडा
पुलिस पूछताछ में संजय ने बताया कि असम में आत्मसमर्पण करने के बाद उसने वहां पर प्राइवेट सिक्योरिटी प्रोवाइडर के तौर पर काम करना शुरू किया, लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाया। इसी बीच उसका संपर्क मुक्तसर जिले के गांव चोटियां निवासी पलंबर का काम करने वाले अमरीक सिंह से हुआ। अमरीक सिंह उसे ब¨ठडा ले आया। यहां पर उसने आकर पहले दो देसी पिस्तौल बनाए और अब वह 12 बोर की राइफल बना रहा था कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की एक टीम अमरीक सिंह को गिरफ्तार करने के लिए रवाना हो गई।