ईश्वर से दूर होना ही अंधविश्वास का मूल कारण: आचार्य हंसराज शास्त्री
आर्य समाज मंदिर शहीद भगत ¨सह नगर में हवन यज्ञ, सत्संग; भजन तथा प्रवचन का आयोजन रविवार को हुआ। जिसमें विनोद तिवारी तथा संगीता तिवारी मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित हुए। हवन यज्ञ का आगाज मंगल कामना के साथ हुआ। इसके उपरांत ब्रह्मा आचार्य हंसराज शास्त्री ने पावन वेद मंत्रों के
जागरण संवाददाता, जालंधर: शहीद भगत ¨सह नगर के आर्य समाज मंदिर में रविवार को हवन, सत्संग, भजन तथा प्रवचन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विनोद तिवारी तथा संगीता तिवारी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। हवन यज्ञ का आगाज मंगलकामना से हुआ। इसके बाद ब्रह्मा आचार्य हंसराज शास्त्री ने पावन वेद मंत्रों के साथ यज्ञ करवाया।
कार्यक्रम में आर्य समाज की भजन गायिका सोनू भारती ने ईश्वर भक्ति के भजन सुनाकर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध किया। इस दौरान आचार्य हंसराज शास्त्री ने कहा कि जो इंसान ईश्वर से दूर हो जाता है, वह अंधविश्वास तथा भ्रम में फंसता जाता है। सत्यवादी इंसान वही हो सकता है जो ईश्वर पर पूर्ण आस्था रखता है। ईश्वर से दूर होना ही अंधविश्वास का मूल कारण है। उन्होंने कहा कि नास्तिक इंसान ही ¨हसक होता है। 21वीं शताब्दी में हिंसा सबसे बड़ी चुनौती है, जिसे खत्म करने के लिए शिक्षा व स्वास्थ्य के साथ-साथ ईश्वर पर पूर्ण आस्था रखनी होगी।
आर्य समाज के प्रधान रणजीत आर्य ने कहा कि वर्तमान में परिवारों के बिखरने का कारण वैदिक नियमों को न मानना है। पारिवारिक संस्कारों के चलते ही वह आर्य समाज की सेवा कर रहे हैं। वहीं, गुरुकुल करतारपुर के प्रधान ध्रुव मित्तल ने भी विचार रखे। इस अवसर पर हर्ष लखनपाल, सुभाष आर्य, ओम प्रकाश मेहता, पूनम मेहता, सुभाष मेहता, ईश्वर चंद्र रामपाल, भूपेंद्र उपाध्याय, सुरेंद्र अरोड़ा, चौधरी हरीचंद, विजय चावला, अनिल मिश्रा, नलिनी उपाध्याय, उर्मिला भगत, अर्चना मिश्रा, पूजा तिवारी, ऋतिक तिवारी, खुशबू कुमारी, अश्विनी डोगरा, इंदू आर्या, अनु आर्या, दिव्या आर्य, संदीप अरोड़ा, गीतिका अरोड़ा, सुनीत भाटिया, डिंपल भाटिया, वेद कुमार भाटिया, जगदीश भाटिया, रहमत भाटिया, रानी अरोड़ा, सुदर्शन आर्य, हितेश स्याल व ललित मोहन कालिया उपस्थित थे।