जालंधर में बैंक खुलते ही 17 लाख की लूट, ग्रीन माडल टाउन में पीएनबी कर्मचारियों को 49 मिनट तक बंधक बनाए रखा
ग्रीन माडल टाउन के इनोसेंट हार्ट स्कूल के पास पंजाब नेशनल बैंक से हथियारबंद बदमाशों ने 17 लाख रुपये लूट लिए और फरार हो गए। उन्होंने पहले कर्मचारियों को बंधक बनाया और फिर कैश लूट लिया। पुलिस मौके पर है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। शहर के पाश इलाके ग्रीन माडल टाउन में बुधवार सुबह पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच खुलते ही 16.93 लाख रुपये लूट लिए गए। देसी कट्टा व दातर लेकर पहुंचे तीन लुटेरे सफाईकर्मी के साथ बैंक में घुसे और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। उसके बाद कैशियर व मैनेजर के आने का इंतजार किया। तीनों लुटेरे 49 मिनट तक बैंक के अंदर ही रहे। दोनों बैंक अधिकारियों के आते ही उनसे चाबियां छीनी और चेस्ट से कैश लूटकर फरार हो गए। सूचना के बाद आधे घंटे बाद साढ़े दस बजे पुलिस बैंक पहुंची और कैशियर दीपक जोशी निवासी सूर्या एनक्लेव की शिकायत पर अज्ञात लुटेरों पर मामला दर्ज किया।
पुलिस जांच में सामने आया कि सुबह 9.15 सफाईकर्मी अमित कुमार ने बैंक के दरवाजे खोले तो पीछे से आए तीन लुटेरों ने दातर दिखाकर उससे चेस्ट की चाबियां मांगनी शुरू कर दी। मारपीट भी की। चाबियां नहीं मिलने पर लुटेरों ने कैशियर दीपक शर्मा और बैंक मैनेजर अनिल शर्मा का इंतजार किया। कैशियर दीपक 9.30 बजे बैंक पहुंचा तो लुटेरों ने उन्हें भी बंधक बना लिया। अनिल शर्मा 9.40 पर आए तो उनके सिर पर असलहे की बट से वार कर बेसमेंट की सेफ में ले गए। वहां से कैश को बैग में भरा और बाइक पर भाग निकले।
पहले से पता था बैंक का सेफ दो चाबियों से खुलता है
पुलिस के अनुसार आरोपितों को पहले से ही जानकारी थी कि बैंक का सेफ दो चाबियों से खुलता है। एक चाबी कैशियर और दूसरी स्केल वन अफसर के पास होती है। इसी कारण बैंक में रहकर ही उन्होंने 25 मिनट तक इंतजार किया। दोनों अधिकारियों के आने के बाद भी बीस मिनट तक बैंक में ही रहे और पैसे बैग में भरे। 10.4 पर वे बैंक से बाहर निकले। लूट के बाद ज्वाइंट सीपी दीपक पारिख एडीसीपी वन सुहेल कासिम मीर, एडीसीपी गुरबाज ङ्क्षसह भी पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। एडीसीपी ने बताया कि बैंक के अंदर सीसीटीवी कैमरे में आरोपित कैद हुए हैं। उनकी पहचान कर जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रेकी की आशंका, भेदी के एंगल पर भी जांच
जिस योजनाबद्ध तरीके से बैंक को लूटा गया, उससे आशंका जाहिर की जा रही है कि आरोपितों को बैंक में कर्मचारियों के आने-जाने और कैश होने की पहले से जानकारी थी। आशंका यह भी जताई जा रही है कि आरोपित पहले भी बैंक की रेकी कर चुके हैं। पुलिस की जांच रेकी और भेदी दोनों एंगल पर चल रही है।
सीसीटीवी की डीवीआर भी ले गए लुटेरे
आरोपित अपने साथ बैंक में लगे सीसीटीवी की डीवीआर भी साथ ले गए। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि बैंक में खुफिया कैमरे लगाए गए हैं। जिनमें आरोपितों के चेहरे कैद हो गए हैं। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस उनकी पहचान में जुटी है।
बंधक बनाकर कहा- असी ईमानदार हां फोन मोड़ के जावांगे
बैंक मैनेजर अनिल शर्मा ने शिकायत दी कि सुबह 9.40 पर बैंक में आने पर उन्होंने देखा कि कैशियर और सफाई कर्मी को तीन नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने बंधक बनाया हुआ है। एक लुटेरे ने उनके कान के पास किसी भारी चीज से वार कर मोबाइल छीन लिया। जब उसने विरोध किया तो एक लुटेरे ने कहा-असीं ईमानदार हां फोन मोड़ के जावांगे। एक लुटेरे ने बैंक मैनेजर को बताया कि वह एक संस्था के लिए काम कर रहे हैं और जाते समय वह संस्था का नाम भी बताकर जाएंगे। हालांकि फरार होते समय संस्था का नाम तो नहीं बताया लेकिन कर्मचारियों का फोन किचन में फेंक धमकी दी कि दस मिनट तक किसी नू कुज नहीं दसना। उन्होंने बताया कि तीनों लुटेरे ङ्क्षहदी और पंजाबी में बात कर रहे थे।