अमृतसर में सतगुरु कबीर मंदिर तोड़ने से कबीरपंथियों में रोष, संघर्ष करने की दी चेतावनी
जिला प्रशासन द्वारा जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है लेकिन एक सप्ताह के करीब समय गुजर जाने के बाद भी प्रशासन किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा है।
जालंधर, जेएनएन। अमृतसर के हरिपुरा इलाके में सतगुरु कबीर मंदिर तोड़े जाने के विरोध में जिले के कबीरपंथी समाज के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। इस दौरान समाज के लोगों ने मंदिर का जल्द निर्माण न होने पर राज्य भर में संघर्ष करने की चेतावनी दी है। इस संबंध में सतगुरु कबीर मुख्य मंदिर भार्गव नगर प्रबंधक कमेटी के सभी पदाधिकारियों ने मामले को लेकर रोष जताया है।
इस मौके पर कमेटी के चेयरमैन सतीश बिल्ला, जिला प्रधान राकेश कुमार तथा महासचिव अमृत भगत ने कहा कि बिना किसी नोटिस तथा नियम के लॉकडाउन के बीच रेलवे मुलाजिमों द्वारा उक्त मंदिर तोड़ा गया है। जिससे देश भर के कबीरपंथी समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। भले ही जिला प्रशासन द्वारा जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है, लेकिन एक सप्ताह के करीब समय गुजर जाने के बाद भी प्रशासन किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि मंदिर तोड़ने वाले मुलाजिमों पर आपराधिक मामला दर्ज करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही जिस जगह से मंदिर तोड़ा गया है, वहां नए सिरे से मंदिर का निर्माण करवाया जाए। अगर सरकार तथा प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो राज्य भर में संघर्ष की मुहिम चलाई जाएगी। इसके अलावा समाज के प्रमुख महंत जगदीश दास के निर्देशों पर अगली रणनीति तय की जाएगी। इस अवसर पर उनके साथ रवि भगत, अजय भगत, अश्विनी भगत, बलविंदर भगत, बंटी, बब्बल भगत, राजेश भगत, चरणजीत, डॉ चमन लाल, जनकराज, निर्मल, प्रिंस भगत तथा सोनू मौजूद थे।