अमृतसर में किसानों के धरने में शामिल होने जा रहीं महिलाओं पर चढ़ा पानी का टैंकर, दो की मौत, पांच घायल
अमृतसर में मंगलवार को बेकाबू पानी का टैंकर किसानों के धरने में शामिल होने जा रही महिलाओं पर चढ़ गया। दर्दनाक हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई है जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
वेरका [लखविंदर सिंह]। गणतंत्र दिवस पर गुरु नगरी अमृतसर से बुरी खबर आई है। मंगलवार को यहां किसानों के प्रदर्शन में शामिल होने जा रही महिलाओं के जत्थे पर कस्बा वल्ला के पास पानी का टैंकर चढ़ गया। दर्दनाक हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई है जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। जिन महिलाओं की मौत हुई है उनकी पहचान निंदर कौर (65) पत्नी वीर सिंह और सिमरजीत कौर (58) पत्नी बलदेव सिंह निवासी वल्ला के रूप में हुई है।
निर्मल कौर निम्मो, दर्शन कौर, बलविंदर कौर, नरिंदर कौर ओर कुलजीत कौर घायल हैं। इनमें से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। बाद में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर संजीव कुमार मौके पर पहुंचे और शवो को कब्जे में लेते हुए वाटर टैंकर चालक गुरलाल सिंह को हिरासत में ले लिया।
सभी महिलाएं सुखमणि साहिब सेवा सोसायटी वल्ला की अध्यक्ष बीबी केवलबीर कौर की अगुआई में कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ दिल्ली में जारी किसानों के प्रदर्शन के समर्थन में दिए जा रहे धरने में शामिल होने वल्ला चौक जा रही थी। गुरुद्वारा कोठा साहिब में अरदास करने के बाद महिलाओं का जत्था सर्विस लेन से जा रहा था। उसमें स्कूल के बच्चे भी थे। जत्था जब एलीमेंट्री स्कूल वल्ला के सामने पहुंचा तो पीछे से आ रहे वाटर टैंकर के चालक ने लापरवाही से वाहन जत्थे पर चढ़ा दिया। उसकी चपेट में आने से निंदर कौर की बुरी तरह कुचल गईं। उनकी मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक सिमरजीत कौर की अस्पताल ले जाते हुए रास्ते में मौत हो गई।
अमृतसर के कस्बा वल्ला में बेकाबू वाटर टैंकर किसानों के समर्थन में धरने में शामिल होने जा रही महिलाओं पर चढ़ गया। हादसे में दो की मौत हो गई जबकि पांच महिलाएं घायल हैं।
पंजाब के कई जिलों में किसानों का प्रदर्शन
बता दें कि मंगलवार को अमृतसर, होशियारपुर, जालंधर, बठिंडा सहित पंजाब के कई शहरों में किसानों धरना प्रदर्शन किया है। अमृतसर में शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) ने कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ हाल गेट के बाहर रोष प्रदर्शन किया। यहां क्रांतिकारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और उनके साथ सहयोगी संगठनों ने कृषि कानूनों के खिलाफ मोटरसाइकिल रैली भी निकाली। वहीं जालंधर में ट्रैक्टर परेड निकाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका गया। होशियारपुर और बठिंडा में भी किसानों ट्रैक्टर मार्च निकालकर अपना विरोध जताया है।