घनौर से शिअद प्रत्याशी प्रो. चंदूमाजरा गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में हुए नतमस्तक, पूर्व विधायक हरप्रीत कौर के बगावती तेवर
घनौर विधानसभा क्षेत्र से टिकट मिलने के बाद प्रो. चंदूमाजरा शनिवार सुबह गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में नतमस्तक हुए। उन्होंने पार्टी नेता और घनौर की पूर्व विधायक के लिए कहा कि हरप्रीत मुखमैलपुर यदि पार्टी की वफादार सिपाही हैं तो उन्हें फैसले का सम्मान करते हुए उनका साथ देना चाहिए।
संवाद सहयोगी, सरहिंद। शिरोमणि अकाली दल (बादल) ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर हलका घनौर से पार्टी के सीनियर नेता व पूर्व सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा को उम्मीदवार बनाया है। उनके नाम के एलान के बाद पार्टी से हलका घनौर की इंचार्ज व पूर्व विधायक हरप्रीत कौर मुखमैलपुर ने बागी तेवर अपना लिए हैं। उन्होंने इसके विरोध में शनिवार को अपने समर्थकों की एक बैठक भी बुलाई है। इसमें वह पार्टी से बागी होकर चलने का एलान भी कर सकती है जिसे चंदूमाजरा के लिए खतरे की घंटी माना जा सकता है।
टिकट मिलने के बाद प्रो. चंदूमाजरा शनिवार सुबह गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में नतमस्तक हुए। इस मौके पर उन्होंने जहां गुरुद्वारा साहिब में अरदास की, वहीं पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल का आभार जताया। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में टिकट मांगना सबका अधिकार है, लेकिन पार्टी किसी एक व्यक्ति को ही टिकट देती है। इसलिए किसी को भी किंतु-परंतु नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर हरप्रीत मुखमैलपुर पार्टी की वफादार सिपाही हैं तो उन्हें उसके निर्णय का सम्मान करते हुए उनका साथ देना चाहिए। पार्टी में इसको लेकर कोई मतभेद नहीं होना चाहिए और सबको एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। इस अवसर पर उनके साथ उनके पुत्र व सनौर से विधायक हरिंदरपाल सिंह चंदूमाजरा, जत्थेदार करनैल सिंह पंजोली, पूर्व चेयरमैन बलजीत सिंह भुट्टा आदि उपस्थित थे।
पूर्व विधायक दीदार सिंह भट्टी भी अकाली दल से नाराज
जिक्र योग्य है कि अकाली दल बादल की ओर से विधानसभा हलका फतेहगढ़ साहिब से भी पूर्व विधायक दीदार सिंह भट्टी का टिकट काटकर उनकी जगह जिलाध्यक्ष जगदीप सिंह को बतौर उम्मीदवार मैदान में उतारा गया है। तब से ही भट्टी पार्टी से नाराज चल रहे है और जल्द ही कोई सियासी धमाका कर सकते हैं।