गेंदबाजी के बाद अब भज्जी की कविताएं भी चर्चा में, लोगों को दे रहे प्रभु का सिमरन करने का संदेश
वे कह रहे हैं सुख वेले शुकराना दुख वेले अरदास हर वेले सिमरन सुख वेले मिठाइयां दुख वेले दवाइयां हर वेले बुराइयां।
जालंधर, कमल किशोर। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए क्रिकेट स्टेडियम बंद पड़े हैं। ऐसे में खिलाड़ी घर में रहकर परिवार के साथ समय गुजार रहे हैं और घरेलू कामकाज में भी हाथ बंटा रहे हैं। इससे संबंधित फोटो भी वे सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ टर्बनेटर के नाम से मशहूर जालंधर के क्रिकेटर हरभजन सिंह की शायरी भी इन दिनों खूब चर्चा में है।
भज्जी की तीसरी कविता भी फेसबुक पर खूब वायरल हो रही है। वे कह रहे हैं, 'सुख वेले शुकराना, दुख वेले अरदास, हर वेले सिमरन, सुख वेले मिठाइयां, दुख वेले दवाइयां, हर वेले बुराइयां'। इस कविता के माध्यम से वे लोगों को प्रभु सिमरन करने की बात कह रहे हैं। इससे पहले भी भज्जी ने दो कविताएं सोशल मीडिया पर शेयर की थीं। हरभजन को चाहने वाले उनके खेल की तरह ही उनकी कविताओं को भी पूरा प्यार दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर छाए ग्रेट खली
कोरोना वायरस से लडऩे के लिए हमारे शरीर का इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होना सबसे ज्यादा जरूरी है। डॉक्टर भी यही कह रहे हैं कि वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इम्युनिटी बढ़ाने वाली चीजों का सेवन करे। रिंग में विदेशी रेसलर्स को धूल चटाने वाले द ग्रेट खली के नाम से मशहूर राणा दलीप सिंह भी इन दिनों सोशल मीडिया पर लोगों को इम्युनिटी बढ़ाने के टिप्स दे रहे हैं।
इंस्टाग्राम पर वायरल वीडियों में खली बता रहे हैं कि दिन में दो-तीन बार तुलसी ड्रॉप्स का सेवन करने से इम्युनिटी मजबूत होती है। इससे कई रोगों से लड़ने की शक्ति भी मिलेगी। इस वीडियो को लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं। इससे पहले भी ग्रेट खली की लॉकडाउन में घर पर पकौड़े बनाने, गाडिय़ां धोने, शोरूम में जाकर लैपटॉप तोडऩे, ट्रैफिक नाके पर लोगों को मास्क पहनने को प्रेरित करने की वीडियो काफी चर्चा में रही है।
भारत-चीन विवाद से इंडस्ट्री सहमी
बीते कुछ दिनों से भारत-चीन सीमा पर विवाद चल रहा है। इसके चलते एक ओर जहां देश भर के लोगों में रोष है, वहीं, दूसरी तरफ विदेशों को खेलों का सामान एक्सपोर्ट करने वाली खेल इंडस्ट्री भी सहम गई है। कारोबार में नुकसान का खतरा बढऩे के कारण हर उद्योगपति के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं। यही कारण है कि उद्योगपति भारत-चीन की हर खबर पर नजर रखे हुए हैं।
इसका सबसे बड़ा कारण है कि खेल इंडस्ट्री का करीब 80 फीसद कच्चा माल चीन से आयात होता है। अगर विवाद बढ़ा तो सामान का आयात बंद होना निश्चित है। ऐसे में इसका विकल्प तलाशना भी काफी मुश्किल होगा। उद्योगपति यही कह रहे हैं कि कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन से इंडस्ट्री का पहले ही बुरा हाल हो गया है। अगर चीन से आयात भी बंद हो गया तो कारोबार बिल्कुल ही ठप हो जाएगा।
संडे अब नहीं रहा फन डे
शहर के हर खेल मैदान में क्रिकेट क्लब मैच खेला करते थे। रविवार को तो हालात यह हो जाती थी कि कई क्लबों को मैच खेलने के लिए मैदान ही नहीं मिल पाता था। सुबह से शाम तक मैच खेले जाते थे। हालांकि अब कोरोना के कारण समीकरण पूरी तरह बदल चुके हैं। खिलाड़ी वायरस के डर से घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं और मैदान खिलाडिय़ों के इंतजार में हैं। हालात यह है कि खिलाड़ी घर पर ही बैट और बॉल लेकर प्रैक्टिस करने में लगे हुए हैं।
रॉयल स्टंप क्रिकेट क्लब के अमित और जमशेर क्लब के सतपाल कई दिनों के बाद मिले तो यही कहते नजर आए कि अब संडे पहले जैसा फन डे नहीं रहा। कोरोना वायरस ने तो सब कुछ बंद करा दिया है। अगर कुछ सप्ताह और इसी तरह चलता रहा तो मैदान भी निश्चित तौर पर जंगल का रूप धारण कर लेंगे।
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