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तीनों प्रमुख एडवोकेट उम्मीदवारों की रिटायर प्रिंसिपल पत्नियां भी प्रचार में उतरीं

लोकसभा चुनाव में प्रमुख पार्टी के उम्मीदवारों की जिंदगी की हमसफर चुनाव में भी अब उनके साथ देने के लिए प्रचार में उतर आई हैं।

By Edited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 08:44 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 08:44 PM (IST)
तीनों प्रमुख एडवोकेट उम्मीदवारों की रिटायर प्रिंसिपल पत्नियां भी प्रचार में उतरीं
तीनों प्रमुख एडवोकेट उम्मीदवारों की रिटायर प्रिंसिपल पत्नियां भी प्रचार में उतरीं
जागरण संवाददाता, जालंधर। लोकसभा चुनाव में प्रमुख पार्टी के उम्मीदवारों की जिंदगी की हमसफर चुनाव में भी अब उनके साथ देने के लिए प्रचार में उतर आई हैं। जालंधर में यह पहला मौका है जब लोकसभा चुनाव के मैदान में कांग्रेस, अकाली दल व आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार वकालत से जुड़े रहे हैं। तीनों की पत्नियां भी रिटायर्ड ¨प्रसिपल हैं। कांग्रेसी उम्मीदवार चौधरी संतोख सिंह की पत्नी रिटायर्ड प्रिंसिपल करमजीत कौर राजनीति को समझती हैं और अब तक कई चुनाव में चौधरी परिवार के लिए महत्वपूर्ण काम कर चुकी हैं।

अकाली-भाजपा उम्मीदवार डॉ. चरणजीत सिंह अटवाल की पत्नी रिटायर्ड प्रिंसिपल इंद्रजीत कौर अटवाल भी परिवार के लिए राजनीति में लगातार काम करती आ रही हैं। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार रिटायर्ड जस्टिस जोरा सिंह की पत्नी भी रिटायर्ड प्रिंसिपल हैं। वह पहली बार सक्रिय राजनीति में भूमिका निभाएंगी। इस बार चुनाव में महिलाओं की भूमिका अहम है इसलिए अपने-अपने पति के लिए इनकी सक्रियता भी खास रहेगी।

चौधरी की चुनावी मैनेजमेंट संभालती हैं करमजीत कौर चौधरी संतोख ¨सह की पत्नी करमजीत कौर रिटायर्ड प्रिंसिपल हैं। वह मैनेजमेंट में माहिर मानी जाती हैं। करमजीत जब जॉब में थीं तब सार्वजनिक रूप से चुनाव में शामिल नहीं हो सकती थी, लेकिन घर से ही चुनाव मैनेज करती थीं। रिटायरमेंट के बाद राजनीति में पूरी तरह से एक्टिव हो गई हैं। फिल्लौर के ऑफिस में भी चुनाव मुहिम संभालती रही हैं। अब भी वह मी¨टग्स अटेंड करती हैं। चुनाव से संबधी कई काम उनके जिम्मे हैं। पार्टी वर्कर भी चौधरी से ज्यादा करमजीत कौर से मिलते हैं और चौधरी की गैरहाजिरी में वर्कर्स के काम नहीं रुकने देतीं। करमजीत कौर का शांत स्वभाव ही उनकी खासियत है और वर्कर्स उनसे कभी नाराज नहीं होते। पिछली बार फिल्लौर विधानसभा सीट से पार्टी ने उन्हें टिकट दी थी लेकिन उनकी अपील पर बेटे विक्रमजीत को टिकट दी गई थी।

इंद्रजीत कौर अटवाल के हाथ महिला दफ्तर की कमान
अकाली-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार डॉ. चरणजीत सिंह अटवाल की पत्नी इंद्रजीत कौर अटवाल भी शिक्षाविद हैं। वह लुधियाना के जवद्दी के स्कूल से रिटायर्ड प्रिंसिपल हैं। पूरा ही परिवार एजुकेशन सिस्टम को ठीक करने का पक्षधर हैं। इंद्रजीत कौर अटवाल भी चुनाव में परिवार के साथ डटती हैं और इस बार जालंधर में मोर्चा संभाल चुकी हैं। वह स्त्री अकाली दल की मेंबर्सं के साथ मीटिंग्स कर रही हैं। यह भी पहली बार है कि अकाली दल चुनाव में महिलाओं के लिए अलग से ऑफिस खोल रहा है। इसकी कमान इंद्रजीत कौर अटवाल के हाथ ही रहेगी। इसी ऑफिस में अकाली दल और भाजपा की महिला नेता चुनाव की मुहिम चलाएंगी। अटवाल कई चुनाव में पति और बेटों के साथ काम कर चुकी हैं।

जोरा सिंह की पत्नी राजिंदर कौर भी प्रचार से जुड़ेंगी
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार रिटायर्ड जस्टिस जोरा सिंह की पत्नी राजिंदर कौर भी मोहाली डिस्ट्रिक्ट के सरकारी स्कूल से प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुई हैं। उनका मायका परिवार राजनीति से जुड़ा रहा है लेकिन पति जोरा सिंह के न्यायपालिका में होने के कारण राजिंदर कौर सार्वजनिक जीवन में राजनीति से दूर ही रहीं। अब पति राजनीति से जुड़ गए हैं तो वह भी एक्टिव हो गई हैं। बेटा हरमन सिंह छात्र राजनीति में एक्टिव रहा है। राजिंदर कौर भी मैनेजमेंट स्किल में माहिर हैं और पति के चुनाव में काफी कुछ उनकी निगरानी में होगा। एडवोकेट हरमन सिंह का कहना है कि मां राजिंदर कौर दो-तीन दिनों में प्रचार से जुड़ जाएंगी। वह दफ्तर से मैनेजमेंट भी करेंगी और महिलाओं के साथ डोर टू डोर और नुक्कड़ मीटिंग्स पर जोर देंगी।

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