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रुकी पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप से रिसर्च पर पड़ेगा असर, एससी विद्यार्थियों के दाखिले भी कम होने की उम्मीद

अकेले जालंधर में विभिन्न कॉलेजों की करीब 115 करोड़ की पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप की राशि बकाया है। उन्होंने इसे जल्द रिलीज करने की मांग सरकार से की है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 01:46 PM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 01:46 PM (IST)
रुकी पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप से रिसर्च पर पड़ेगा असर, एससी विद्यार्थियों के दाखिले भी कम होने की उम्मीद
रुकी पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप से रिसर्च पर पड़ेगा असर, एससी विद्यार्थियों के दाखिले भी कम होने की उम्मीद

जालंधर [कमल किशोर]। समय पर पोस्ट मैट्रिक स्काॅलरशिप जारी ना होने की वजह से इस वर्ष भी एससी विद्यार्थियों के दाखिला कम होने की उम्मीद जताई जा रही है। कॉलेज की वर्किंग के साथ-साथ रिसर्च पर भी असर पड़ा है। एडिड व निजी कालेजों की बात करें तो करोड़ों रुपये की स्कालरशिप रुकी पड़ी है। एससी विद्यार्थियों के बैंक खातों में स्कॉलरशिप ना पहुंचने के कारण वे सड़कों पर उतर चुके है।

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निजी संस्थानों व एडिड कालेजों में एससी विद्यार्थियों की गिनती हर वर्ष कम हो रही है। वर्ष 2018 की बात करें तो 2.50 लाख एससी विद्यार्थी विभिन्न कालेजों में शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। वर्ष 2019 में 1.20 लाख विद्यार्थियों ने दाखिला नहीं लिया। वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के कारण कॉलेज बंद है। जुलाई में दाखिला प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कितने एससी विद्यार्थियों ने दाखिला लिया, यह अक्टूबर के बाद ही पता चल पाएगा।

कालेजों प्रबंधकों का कहना है कि इस वर्ष एससी विद्यार्थियों के दाखिले में दस प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। जिले की बात करें तो 22 हजार से अधिक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। वहीं स्कॉलरशिप जारी ना होने की वजह से कालेज प्रबंधन की कमर टूट चुकी है। वर्किंग कैपीटल पर असर पड़ा है। कालेजों में फैकल्टी रिसर्च पर भी असर पड़ा है।
कॉलेजों की रुकी पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप
एचएमवी - 9.40 करोड़
डीएवी - 7.50 करोड़
मेहरचंद - 4 करोड़
सेंट सोल्जर - 22 करोड़
एलकेसी वूमेन - 2 करोड़
सत्यम इंस्टीट्यूट - 6.50 करोड़
एसडी कॉलेज -1.80 करोड़
केसीएल-आईएमटी - 4 करोड़
एलकेसी इंजीनियरिंग - 5 करोड़
लायलपुर खालसा कॉलेज - 15 करोड़
सीटी- 30 करोड़


 

सेंट सोल्जर ग्रुप के एमडी मनबीर सिंह, एडिड काॅलेज प्रिंसिपल एसो. के प्रधान डॉ. गुरपिंदर सिंह समरा व सीटी ग्रुप के एमडी मनबीर सिंह ने कहा करोड़ों रुपये की बकाया स्कॉलरशिप सरकार को तुरंत जारी करनी चाहिए।

सेंट सोल्जर ग्रुप के एमडी मनबीर सिंह ने कहा कि कोविड-19 के कारण कॉलेज बुरे दौर से गुजर रहे हैं। सरकार को स्कॉलरशिप जारी कर देनी चाहिए थी। करोड़ों रुपये की बकाया राशि रुकी पड़ी हुई है। विद्यार्थियों के खाते में स्कॉलरशिप राशि ना पहुंचने के कारण इस वर्ष भी विद्यार्थियों के दाखिला में कमी आ सकती है।
 

एडिड काॅलेज प्रिंसिपल एसोसिएशन के प्रधान डॉ. गुरपिंदर सिंह समरा ने कहा कि स्कॉलरशिप जारी करने संबंधी कई बार मांग पत्र दे चुके हैं। सरकार निजी व एडिड कालेजों के प्रति गंभीर नहीं दिख रही है। फिलहाल एससी विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित ना हो, इस लिए तीन हजार रुपये में दाखिला कर रहे हैं।
 

सीटी ग्रुप के एमडी मनबीर सिंह ने कहा कि स्काॅलरशिप जारी ना होने की वजह से कालेजों की वर्किंग कैपिटल पर असर पड़ा है। विद्यार्थियों को कालेजों में दाखिला लेकर आनलाइन पढ़ाई करनी चाहिए ताकि एक वर्ष बर्बाद ना हो। विद्यार्थी कंफ्यूज ना होकर पढाई जारी रखें।


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