निजी अस्पतालों में भर्ती कोरोना के 51 फीसद मरीज 'बाहरी'
पड़ोसी राज्यों व जिलों में बेड व आक्सीजन की कमी के कारण गंभीर मरीज जालंधर के निजी व सरकारी अस्पतालों का रुख करने लगे है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : पड़ोसी राज्यों व जिलों में बेड व आक्सीजन की कमी के कारण गंभीर मरीज जालंधर के निजी व सरकारी अस्पतालों का रुख करने लगे है। जिले के 62 निजी कोविड केयर सेंटरों में स्थानीय मरीजों के मुकाबले अन्य जिलों व राज्यों के मरीजों की संख्या ज्यादा हो गई है। बाहरी मरीजों के आने का सिलसिला नहीं रुका तो स्थानीय कोरोना के मरीजों के लिए बेड की कमी हो सकती है। जिला प्रशासन के मुताबिक जिले के निजी अस्पतालों में 30 फीसदी मरीज पंजाब के दूसरे जिलों व 21 फीसदी मरीज अन्य राज्यों के हैं। केवल 48 फीसदी कोरोना मरीजों ने निजी अस्पतालों में इलाज का लाभ उठाया।
आईएमए के नेशनल उपप्रधान डा. नवजोत सिंह दहिया का कहना है कि पंजाब के मुकाबले अन्य राज्यों में कोरोना के इलाज की सुविधाएं काफी कम पड़ गई है। इसी वजह से लोग जांलधर के निजी अस्पतालों का रुख करने लगे है। इन हालात में उन्हें सुविधाएं मुहैया करवाना पहला कर्तव्य है। नजी अस्पतालों में स्थानीय मरीजों को भी दरकिनार नहीं किया जा रहा है। अस्पतालों में बेड क्षमता और सुविधाओं के दायरे को देखते हुए मरीजों को दाखिल किया जा रहा है। -----
जिले में कुल कोविड केयर सेंटर 62
जिले में लेवल-11 व 3 बेड भरे 920
जालंधर के मरीज 425
अन्य जिलों के मरीज 276
पंजाब से बाहर के मरीज 193 -------
शहर के प्रमुख अस्पतालों में कोरोना के मरीज
अस्पताल जालंधर अन्य जिलों से पंजाब से बाहर
जोशी अस्पताल 19 10 12
सर्वोदय अस्पताल 20 13 05
पटेल अस्पताल 16 08 09
जौहल अस्पताल 13 06 12
एनएचएस अस्पताल 22 12 40
मान मेडिसिटी 20 39 11
टैगोर अस्पताल 14 17 07
केयरमेक्स अस्पताल 09 11 05
एसजीएल 20 11 04
श्रीमन अस्पताल 20 14 22
---------