विद्यार्थी अब प्रश्नपत्र में गलती की शिकायत कर सकेंगे
कमल किशोर, जालंधर अगर सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) की दसवीं व बारहवीं की परीक्षा के
कमल किशोर, जालंधर
अगर सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) की दसवीं व बारहवीं की परीक्षा के प्रश्न सिलेबस से नहीं पूछे गए हैं, प्रश्न गलत ढंग से पूछे गए हैं या फिर गलत अनुवाद है तो इसकी शिकायत विद्यार्थी बोर्ड तक पहुंचा सकते है। मार्च से शुरू होने वाली सीबीएसई परीक्षा में यह फीडबैक व्यवस्था लागू कर दी है। बोर्ड ने परीक्षा की फीडबैक देने की सहूलियत विद्यार्थियों को दे दी है।
इस संबंध में बोर्ड ने मान्यता प्राप्त स्कूलों को नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। दो वर्ष पहले बारहवीं गणित का प्रश्नपत्र काफी मुश्किल था। इसकी गूंज संसद में भी उठी थी। इस कारण बोर्ड को मार्किग में बदलाव करना पड़ा था। इस मुश्किल से निपटने के लिए बोर्ड ने पहले से ही इंतजाम कर लिए है। परीक्षा के प्रश्न में गलती है तो विद्यार्थी स्कूल के प्रिंसिपल के ध्यान में लाएगा। ¨प्रसिपल को परीक्षा के 24 घंटे के भीतर फीडबैक बोर्ड को भेजना होगा। फीडबैक का विषय विशेषज्ञ से विश्लेषण करवा जाएगा। फिर इसके आधार पर विषय की मार्किग में बदलाव किया जा सकता है।
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विद्यार्थी इन पर दे सकते हैं फीडबैक
-सिलेबस के बाहर से पूछे गए प्रश्न
-गलत ढंग से बनाए गए प्रश्न
-प्रश्न का अनुवाद गलत है
-प्रश्न समझ से बाहर है
-प्रश्नपत्र काफी कठिन है।
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सीबीएसई से मिल चुका है नोटिफिकेशन
तीन दिन पहले सीबीएसई से फीडबैक के संबंध में नोटिफिकेशन मिला है। बोर्ड की परीक्षा के बाद विद्यार्थियों को एक प्रोफार्मा दिया जाएगा जिसमें वे परीक्षा की फीडबैक भर सकते है। स्कूल प्रिंसिपल को फीडबैक 24 घंटे के अंदर बोर्ड को भेजनी होगी।
-डॉ. रशिम विज, प्रिंसिपल पुलिस डीएवी।
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विद्यार्थियों को परीक्षा की फीडबैक की सहूलियत देने का फैसला सराहनीय है। विद्यार्थी ही प्रश्नपत्र का फीडबैक अच्छी तरह दे सकते हैं। परीक्षा देने के बाद विद्यार्थी प्रोफार्मा भरकर ¨प्रसिपल को फीडबैक दे सकते हैं।
-मधु शर्मा, प्रिंसिपल सीटी वर्ल्ड स्कूल।
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अब हर विद्यार्थी परीक्षा की फीडबैक दे सकेगा। इससे गलतियों में सुधार किया जा सकेगा। पहले कई बार बोर्ड की परीक्षा मुश्किल हो जाती थी पर विद्यार्थी फीडबैक नहीं दे सकते थे।
-कुंवर, विद्यार्थी लॉ ब्लॉसम्स।