किसानों को सब्जी उगाने की उम्दा तकनीक बताई
संवाद सहयोगी, करतारपुर : बागवानी विभाग पंजाब की तरफ से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजीटेबल में 23 से 25
संवाद सहयोगी, करतारपुर : बागवानी विभाग पंजाब की तरफ से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजीटेबल में 23 से 25 जनवरी तक तीन दिवसीय किसान सिखलाई कोर्स आयोजित किया गया।
इसका उद्देश्य इंडो-इजरायल प्रोजेक्ट में सब्जियों की सुरक्षित खेती को प्रोत्साहित करने व बढि़या मंडीकरण से अधिक मुनाफा प्राप्त करना था। ट्रे¨नग के तीसरे दिन सेंटर के प्रोजेक्ट अफसर दलजीत ¨सह गिल ने बताया कि सिखलाई कोर्स में अलग-अलग जिलों में भाग लेने वाले 20 किसानों को विभाग की तरफ से राष्ट्रीय बागवानी मिशन अधीन सब्जियों की प्रोटेक्टिड कल्टीवेशन, पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट व मंडीकरण के लिए दी जा रही सुविधाओं बारे में अवगत करवाया गया। उनके अनुसार किसान के खेत मे इंडो-इजरायल तकनीक अपनाने व प्रति यूनिट कम खर्च करने से होने वाली पैदावार से अधिक मुनाफा संभव हो सकेगा। सब्जी उत्पादकों को अपनी पैदावार का सही मूल्य लेने के लिए क्लस्टर अप्रोच अपनानी चाहिए ताकि बड़ी सब्जी खरीद कंपनियों की तरफ से एक जगह से सारी पैदावार उठानी संभव हो सके। उनके अनुसार सेंटर में स्थापित पॉलीहाउस यूनिटों में शिमला मिर्च (हरी व रंगदार), टमाटर (रेगुलर व चैरी), बीज रहित खीरा, हरी शिमला मिर्च व बैंगन आदि के नवीनतम टेक्नोलॉजी से डिमांस्ट्रेशन साल 2014 से किए जा रहे हैं।
सतबीर ¨सह डिप्टी डायरेक्टर बागवानी जालंधर ने बताया कि कोर्स में पीएयू लुधियाना व अन्य विषय वस्तु माहिरों ने अलग-अलग विषयों पर सब्जी उत्पादकों से जानकारी साझा की। इस मौके पर डॉ. राकेश मेहरा, श्री तृप्त, निखिल अंबिश मेहता, तेजबीर ¨सह ने किसानों से पनीरी तैयार करने संबंधी किसानों से खास बातचीत की।