एमएचआरडी की टीम ने स्कूलों में जांचा मिड-डे मील
जागरण संवाददाता, जालंधर स्कूलों में मिड-डे मिल स्कीम की गुणवत्ता जांचने के लिए केंद्रीय मानव संसा
जागरण संवाददाता, जालंधर
स्कूलों में मिड-डे मिल स्कीम की गुणवत्ता जांचने के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राज्य के सभी जिलों में सोशल ऑडिट करवाने का निर्णय लिया है। मंत्रालय के विशेष सलाहकार व टीम के अध्यक्ष केके शर्मा के नेतृत्व में टीम ने स्कूलों में खाने की गुणवत्ता जांची।
केके शर्मा ने बताया कि सोशल ऑडिट का मुख्य उद्देश्य योजना प्रभावशील ढंग से लागू करना यकीनी बनना है। स्कूलों में विद्यार्थियों को दिए जाने वाले खाने की गुणवत्ता के सैंपल लिए जाएंगे। जालंधर में दो दिनों में उन्होंने करीब 30 स्कूलों में दौरा किया व मिड-डे मील की गुणवत्ता की जांच की। साथ ही सैंपल भी लिए। मंगलवार को वे अपनी टीम के गर्ल्स स्कूल आदर्श नगर, देवी सहाय स्कूल बस्ती नौ, आर्य कन्या सीसे स्कूल, गांधी वनिता आश्रम स्कूल, पीएपी स्कूल, सरकारी स्कूल आदमपुर, सरकारी स्कूल धन्नोवाली गए और खाना जांचा। उनके साथ अतिरिक्त जनरल मैनेजर मिड-डे मील पंजाब प्रभचरन ¨सह, डीईओ रामपाल, डिप्टी डीईओ अनिल अवस्थी, जिला गाइडेंस कौंसलर सुरजीत लाल, तालमेल अधिकारी अशोक सहोता थे।
मिड-डे मील कर्मचारियों ने सैलेरी बढ़ाने की मांग की
टीम ने स्कूलों के दौरे के दौरान योजना को बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी मांगें। टीम की ओर से सारा रिकॉर्ड चेक किया गया। सूत्रों के अनुसार टीम ने पाया कि मिड-डे मील के लिए सरकार की ओर से आ रहा पैसा कर्मचारियों को सही ढंग से मिल नहीं रहा। सारी रिपोर्ट हेड ऑफिस भेजी जाएगी। टीम ने ये भी आश्वस्त किया कि मिड-डे मील स्कीम किसी भी हाल में बंद नहीं होगी। इस दौरान कई मिड-डे मील कर्मचारियों ने सैलेरी बढ़ाने की भी मांग की।