पंजाब भर में पनबस एवं पीआरटीसी की 1300 बसें बंद, निजी में उमड़ी यात्रियों की भारी भीड़
पंजाब रोडवेज पनबस एवं पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन की तरफ से अपनी मांगे न मानी जाने के विरोध में बसों को तीन दिन तक बंद रखा जा रहा है। पंजाब रोडवेज के राज्य भर में 18 डिपो एवं पीआरटीसी के 9 डिपो हड़ताल में शामिल हैं।
जालंधर [मनुपाल शर्मा]। प्रदेश भर में पनबस और पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (पीआरटीसी) की लगभग 1300 बसों का चक्का जाम होने की वजह से निजी बसों में यात्रियों का भारी रश उमड़ आया है। निजी बसों में यात्री खड़े होकर भी सफर करते देखे जा रहे हैं। रविवार रात 12 बजे से ही बस ऑपरेशन को बुधवार रात 12 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है। पंजाब रोडवेज, पनबस एवं पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन की तरफ से अपनी मांगे न मानी जाने के विरोध में बसों को तीन दिन तक बंद रखा जा रहा है। पंजाब रोडवेज के राज्य भर में 18 डिपो एवं पीआरटीसी के 9 डिपो हड़ताल में शामिल हैं। पंजाब रोडवेज जालंधर के जनरल मैनेजर नवराज बातिश ने कहा कि पंजाब रोडवेज के बेड़े में शामिल पंजाब रोडवेज की बसों को कुछ रूटों पर रवाना किया गया है।
पंजाब रोडवेज पनबस पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन के चेयरमैन जसवीर सिंह ने कहा है कि यूनियन पंजाब सरकार से मांग कर रही है कि वर्ष 2007 से कार्यरत कॉन्ट्रैक्ट मुलाजिमों को तुरंत पक्का किया जाए। अदालती आदेशों के मुताबिक समान काम समान वेतन को लागू किया जाए तथा केस बनाकर बर्खास्त कर दिए गए मुलाजिमों को तुरंत बहाल किया जाए। जसवीर सिंह ने कहा कि पंजाब रोडवेज जालंधर एक डिपो के पास सात पक्के ड्राइवर हैं और पंजाब रोडवेज जालंधर 2 के पास मात्र 3 पक्के ड्राइवर है। जालंधर एक के तीन ड्राइवर बीमार हैं और मात्र चार ड्राइवर ही रूट पर हैं। पंजाब रोडवेज जालंधर 2 का एक भी ड्राइवर रूट पर नहीं है।