पंजाब रोडवेज के 18 डिपो में से 13 में अतिरिक्त चार्ज जीएम, अधिकारियों की किल्लत से काम चलाना मुश्किल
प्रदेश के परिवहन मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की पंजाब रोडवेज मात्र कायम मुकाम अधिकारियों के बलबूते काम कर रही है। पंजाब रोडवेज के प्रदेश भर में 18 डिपो हैं जिनमें से 13 के ऊपर कायम मुकाम जनरल मैनेजर लगाए गए हैं।
जालंधर [मनुपाल शर्मा]। सड़कों पर नाके लगा बसें चेक करके उदाहरण पेश कर रहे परिवहन मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की पंजाब रोडवेज केवल अधिकारियों को अतिरिक्त चार्ज देकर काम चलाया जा रहा है। पंजाब रोडवेज के प्रदेश भर में 18 डिपो हैं, जिनमें से 13 में अतिरिक्त चार्ज देकर जनरल मैनेजर लगाए गए हैं। पंजाब रोडवेज में बढ़ते हुए अतिरिक्त काम के दबाव का ही नतीजा है कि अधिकारियों की ही किल्लत हो गई है कुछ जनरल मैनेजर प्रीमेच्योर रिटायरमेंट ले गए हैं और कुछ अधिकारियों ने साफ तौर पर बतौर जनरल मैनेजर काम करने से ही इनकार कर दिया है।
मंगलवार को पंजाब रोडवेज के जनरल मैनेजरों की तबादला सूची जारी की गई, जिसमें 13 डिपो में अतिरिक्त चार्ज देकर अधिकारी तैनात करने पड़े हैं। तबादला सूची के मुताबिक पंजाब रोडवेज चंडीगढ़, लुधियाना, जालंधर-एक, जालंधर-दो अमृतसर-1, अमृतसर-2 तरनतारन, पट्टी, बटाला, फिरोजपुर, मोगा, जगरांव, नवांशहर में ट्रैफिक मैनेजर या वर्क्स मैनेजर को जनरल मैनेजर का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। हालात इस कदर पेचीदा हैं कि कई शहरों में एक ही अधिकारी को एक से ज्यादा डिपो का चार्ज भी दिया गया है।
पंजाब रोडवेज मुख्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पंजाब पब्लिक सर्विस कमीशन (पीपीएससी) को 4 रेगुलर जनरल मैनेजर दिए जाने की मांग की गई थी, जो अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। अधिकारियों की किल्लत की वजह से कायम मुकाम अधिकारियों के सहारे काम चलाना पड़ रहा है। जनरल मैनेजर की पदोन्नति के लिए ट्रैफिक मैनेजर और वर्क्स मैनेजर की सेवा के साल पूरे होने का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद जनरल मैनेजर की प्रमोशन संभव हो सकेगी।
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