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दस डॉक्टरों का पैनल करेगा एसएचओ बाजवा का इलाज

-नशा छुड़ाओ केंद्र में जांच शुरू, डॉक्टर बोले- जांच के बाद ही बता सकते हैं क्या है बीमार

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 May 2018 08:47 PM (IST)Updated: Sat, 12 May 2018 08:47 PM (IST)
दस डॉक्टरों का पैनल करेगा एसएचओ बाजवा का इलाज
दस डॉक्टरों का पैनल करेगा एसएचओ बाजवा का इलाज

-नशा छुड़ाओ केंद्र में जांच शुरू, डॉक्टर बोले- जांच के बाद ही बता सकते हैं क्या है बीमारी

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-परिजनों से पुरानी बीमारी का रिकॉर्ड मांगा, कमरे के अंदर-बाहर कड़ी सुरक्षा

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जागरण संवाददाता, जालंधर: शाहकोट उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार हरदेव ¨सह लाडी शेरोवालिया पर केस दर्ज करने वाले एसएचओ पर¨मदर ¨सह बाजवा की मेडिकल जांच के लिए दस डॉक्टरों का पैनल बनाया गया है। सिविल सर्जन डॉ. जसप्रीत कौर सेखों ने बताया कि यह पैनल नशा छुड़ाओ केंद्र के प्रभारी डॉ. निर्दोष गोयल की मांग पर बनाया गया है। इस पैनल में दो मनोचिकित्सक, दो मेडिकल स्पेशलिस्ट, दो सर्जन, दो एनेस्थिसिया एक्सपर्ट, ईएनटी से दो डॉक्टरों को शामिल किया गया है। शनिवार को को सिविल अस्पताल के नशा छुड़ाओ केंद्र में पर¨मदर ¨सह बाजवा पूरी तरह से शांत रहे। टीम उनकी बीमारी की जांच-पड़ताल में जुटी रही। सिविल सर्जन डॉ. जसप्रीत कौर सेखों ने बताया कि बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एसएमओ लेवल का एक अधिकारी नियुक्त किया गया है।

डॉ. निर्दोष गोयल ने बताया कि सुबह चेकअप के दौरान बाजवा ने खुद को ठीक बताया और रात में पूरी नींद आने की बात कही। सुबह व दोपहर को बाजवा ने सादी दाल रोटी खाई। बाजवा से मिलने के लिए किसी को इजाजत नहीं दी गई। बाजवा ने अपने परिवार से मिलने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से उन्हें भी नहीं मिलने दिया गया। वकील से मिलने पर पुलिस ही फैसला करेगी। मानसिक रूप से परेशान रहे हैं बाजवा: डॉ. गोयल

डॉ. गोयल ने बताया कि परिजनों के मुताबिक बाजवा के पिछले कुछ अर्से से मानसिक तौर पर परेशान थे। उनका निजी अस्पताल से इलाज चल रहा था। उनके परिजनों से इलाज का पुराना विवरण मांगा गया है। परिजनों के अनुसार ज्याद शराब पीने व अब मानसिक तनाव बढ़ने से फिर से ऐसी स्थिति की आशंका है। डॉ. गोयल ने बताया कि बाजवा की गतिविधियों को देखते हुए उनको बाइपोलर डिसऑर्डर होने की संभावना है। एक दम उत्तेजित होकर बिना सोचे कोई काम कर लेना और उसके बाद शांत होकर सोचना इसके लक्षण हैं। पूरी जांच के बाद ही बीमारी की पुष्टि की जा सकती है।

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बाजवा के कमरे के बाथरूम की कुंडियां तोड़ीं

बाजवा को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। कमरे अंदर व बाहर दो-दो पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। बाहर भी जेल गार्द तैनात है। बाजवा को जिस कमरे में रखा गया है उसके बाथरूम की कुंडियां तक तोड़ दी गई हैं। ऐसा इसलिए किया गया है कि कहीं मानसिक परेशानी के चलते बाजवा कोई गलत कदम न उठा लें।


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