योग के लिए शुद्ध ऑक्सीजन की पूर्ति होना आवश्यक : विज्ञानानंद
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से गुरुपर्व के उपलक्ष्य में अपने गौतम नगर स्थित स्थानीय आश्रम में दो दिवसीय विलक्षण योग एवं ध्यान शिविर करवाया गया।
जेएनएन, होशियारपुर : दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से गुरुपर्व के उपलक्ष्य में अपने गौतम नगर स्थित स्थानीय आश्रम में दो दिवसीय विलक्षण योग एवं ध्यान शिविर करवाया गया। श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य स्वामी विज्ञानानंद जी ने बताया कि योग के लिए मनुष्य के लिए शुद्ध ऑक्सीजन की पूर्ति का होना आवश्यक है, क्योंकि जन्म से मृत्यु तक सारे जगत के प्राणियों को अपने ऊपर धारण करने वाली धरती सब की मां है। फसल काटने के बाद धान की पराली का आग लगाना गलत है, जिससे प्राकृतिक आपदाएं भी बढ़ रही हैं। स्वामी जी ने कहा कि पराली को आग लगाने से भूमि की उपजाऊ शक्ति कम होने के साथ फसलों के मित्र कीट भी मर जाते हैं। स्वामी जी ने साधकों को सूर्य नमस्कार, वीर भद्रासन, अनुलोम-विलोम प्राणायाम, चक्षु व्यायाम आदि क्रियाओं का विधिवत अभ्यास करवाते हुए इनके शारीरिक लाभों से भी परिचित करवाया। कार्यक्रम के अंत में फसलों की नाड़ ना जलाने, नशा न करने, चरित्र निर्माण, जल संरक्षण, पौधारोपण कर प्रकृति ओर संस्कृति का संरक्षण करने का संकल्प भी लिया। कार्यक्रम के अंत में साध्वी रुक्मणि भारती व कृष्णप्रीता भारती ने साधकों के साथ मिलकर मंत्रों का उच्चारण भी किया।