दातारपुर में सर्दी का सितम जारी, पारा तीन डिग्री सेल्सियस
दातारपुर-कमाही देवी क्षेत्र में सर्दी का सितम जारी है। सुबह छह बजे पारा लुढ़कते हुए तीन डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जबकि दिन में पारा 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चाहे दिन में थोड़ी सी धूप खिलने से लोगों को फील गुड महसूस हुआ पर दोपहर ढलते ही पारा भी ढलने लगा।
संवाद सहयोगी, दातारपुर : दातारपुर-कमाही देवी क्षेत्र में सर्दी का सितम जारी है। सुबह छह बजे पारा लुढ़कते हुए तीन डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जबकि दिन में पारा 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चाहे दिन में थोड़ी सी धूप खिलने से लोगों को फील गुड महसूस हुआ पर दोपहर ढलते ही पारा भी ढलने लगा। सुबह तो शीत लहर से काफी परेशानी होती है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के धौलाधार पर्वतमाला पर हो रहे भारी हिमपात और नतीजतन चलती बर्फीली हवाओं से ठंड का प्रकोप बढ़ा है। जिसके चलते बाजारों में भी दोपहर तक ग्राहक कम ही देखने को मिलते हैं। लोग घरों में दुबकने के लिए मजबूर है। कंडी इलाके में मानो जैसे सर्दी ने सारी जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। दुकानदार सतीश, प्रेम कुमार और रूप लाल ने बताया कि ठंड के कारण ग्राहक कम ही निकल रहे हैं। जिससे कारोबार मंदा चल रहा है। इस बीच गर्म कपड़े बेचने वाले दुकानदारों के चेहरे खिले हैं। दुकानदार भी सर्दी से निजात पाने के लिए अलाव जलाकर आग सेंकते मिल जाते हैं। कपड़ों की दुकानों के अलावा मूंगफली, गजक तथा रेवड़ी की बिक्री बढ़ी है। अंडे, मछली, मीट की दुकानों में भी रौनक है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर और हिमाचल की धौलाधार पर्वतमाला पर हुए भारी हिमपात तथा फिर से सक्रिय होते पश्चिमी विक्षोभ के चलते फिर से भारी बारिश की संभावना है। दोपहर को शुरु हुई बरसात ने बढ़ाई कपकपी
कल खिली धूप के बाद कयास लगाया जा रहा था कि अब मौसम साफ हो जाएगा। पर सुबह एक बार फिर आसमान में बादल छा गए। दोपहर को हलकी बूंदाबादी शुरु हो गई। बरसात के कारण एक बार फिर मौसम में ठंडक बढ़ गई है। हालांकि यह मौसमी बरसात स्वास्थ्य व फसलों के लिए बेहतर है लेकिन फिर भी इस पड़ रही भंयकर सर्दी से बुजुर्गों व बच्चों को व खास तौर पर ह्रदय रोग से पीड़ित लोगों को बचना चाहिए। वहीं जो बुजुर्ग सुबह सैर के लिए जाते हैं उन्होंने खास ख्याल रखना चाहिए। वहीं खानपान का भी ध्यान रखने की आवश्यकता है। बच्चों को घर से बाहर न निकलने दें ताकि उन्हें ठंड न लगे।