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Army Camp से राइफलें चुराकर अपराधी बना पूर्व फौजी ASI को धक्का मारकर अस्पताल से फरार

सरकारी अस्पताल होशियारपुर से मंगलवार तड़के हवालाती पूर्व फौजी हरदीप सिंह एएसआइ दविंदर को लात मारकर फरार हो गया।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 14 Jan 2020 05:30 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 06:28 PM (IST)
Army Camp से राइफलें चुराकर अपराधी बना पूर्व फौजी ASI को धक्का मारकर अस्पताल से फरार
Army Camp से राइफलें चुराकर अपराधी बना पूर्व फौजी ASI को धक्का मारकर अस्पताल से फरार

जेएनएन, होशियारपुर। सवा माह पहले मध्य प्रदेश के पचमढ़ी होशंगाबाद के आर्मी कैंप से दो राइफलें चुराकर अपराधी बना पूर्व फौजी हरप्रीत सिंह मंगलवार तड़के चार बजे सरकारी अस्पताल होशियारपुर से ASI को धक्का देकर हथकड़ी समेत फरार हो गया। हवालाती हरप्रीत के फरार होने के बाद ASI और उसके साथी हेड कांस्टेबल ने दो घंटे तक अपने आला अधिकारियों को सूचित ही नहीं किया। खुद ही अपने स्तर पर उसे इधर-उधर ढूंढते रहे। हालांकि सूचना मिलने पर आला अधिकारियों ने फरार हुए हरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी के लिए चौकसी तो बढ़ाई, लेकिन हालत सांप निकल जाने के बाद लकीर पीटने वाली रही।

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अस्पताल के कैदियों वाले वार्ड में एसपी (हेड क्वार्टर) परमिंदर सिंह मौके पर पहुंचकर घटनाक्रम का जायजा लिया। हरप्रीत के फरार होने से पुलिस सकते में आ गई है। जिले में अलर्ट कर दिया गया है। होशंगाबाद में भी पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। उधर, एसएसपी गौरव गर्ग ने बताया कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में ASI बलदेव राज व हेड कांस्टेबल दविंंदर कुमार के खिलाफ मामला दर्ज करके सस्पेंड कर दिया गया है।

परिवार पर 40 लाख कर्ज उतारने के लिए बना अपराधी

मूलरूप से होशियारपुर के गांव मियाणी का रहने वाला हरप्रीत सिंह उर्फ राजा होशंगाबाद मध्य प्रदेश में बतौर जवान तैनात था। बीते पांच दिसंबर को हरप्रीत सिंह ने अपने दोस्त की मदद से आर्मी कैंप से दो राइफलें चोरी कर टांडा आ गया था। परिवार पर 40 लाख कर्ज उतारने के लिए उसने डकैती करने के लिए राइफलें चोरी की थी। इसकी सूचना मिलने पर हरकत में आई होशियारपुर पुलिस ने हरप्रीत व उसके चार साथियों को डकैती की योजना बनाते हुए गिरफ्तार कर लिया था। हरप्रीत सिंह उसके बाद से केंद्रीय जेल होशियारपुर में बंद था।

हरप्रीत ने जेल में ही रचा भागने का षडयंत्र

जेल में रहते हुए हरप्रीत ने भागने का षडयंत्र रचा। 29 दिसंबर को उसने जेल प्रशासन से शिकायत की कि वह गिर गया है। इससे उसके बाईं बाजू में चोट लग गई है। दो दिन तक जेल में इलाज करने पर आराम न मिलने पर हरप्रीत को सरकारी अस्पताल भेजा गया। यहां पर एक्सरे पर हरप्रीत की बाजू में फ्रेक्चर निकला। इस पर हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. मनमोहन सिंह ने उसे दाखिल कर लिया। अगले ही दिन पहली जनवरी को हरप्रीत का आपरेशन कर दिया गया। उसके बाद से ही वह अस्पताल के कैदियों वाले वार्ड में रह रहा था। मालूम पड़ा है कि हरप्रीत जेल के अंदर जानबूझ कर चोटें लगाई ताकि वह अस्पताल पहुंच कर भाग सके।

तड़के पेशाब करने का बहाना बनाकर बाहर निकला

मंगलवार तड़के चार बजे हरप्रीत सिंह ने ASI बलदेव राज से पेशाब जाने की बात कही। ASI बलदेव सिंह ने उसके पैर में हथकड़ी पहनाकर उसे बाहर निकाल कर बाथरूम की तरफ ले जा रहा था। इस दौरान हरप्रीत ने लात मारकर बलदेव राज को धक्का दे दिया और वहां से हथकड़ी समेत ही भाग निकला। डा. मनमोहन सिंह के मुताबिक मंगलवार दोपहर तक हरप्रीत की अस्पताल से छुट्टी करके जेल भेजना था।

दो घंटे तक खुद ही ढूंढते रहे हरप्रीत को

हरप्रीत के फरार होने के बाद ASI बलदेव राज व हेड कांस्टेबल दविंदर कुमार दो घंटे तक खुद ही उसे इधर-उधर ढूंढते रहे। अपने अधिकारियों को हरप्रीत के भाग जाने की सूचना ही नहीं दी। छह बजे के बाद बात न बनते देखकर अधिकारियों को सूचित किया। और तो और वार्ड में कैदियों की निगरानी में तैनात इन मुलाजिमों ने साथ लगते थाना मॉडल टाउन को भी सूचित नहीं किया कि हरप्रीत सिंह इलाज करवाने के लिए दाखिल हुआ है।

पिता को भी पुलिस ने उठाया

हरप्रीत के पिता हरबंस राज को भी पुलिस ने उसके घर से उठा लिया है। क्योंकि हरबंस राज सोमवार रात हरप्रीत से मिलने अस्पताल आया था। पुलिस को शक है कि हरप्रीत की भगाने में हरबंस की साजिश भी रही होगी।

पड़ोसी राज्यों में अलर्ट जारी

हालांकि अधिकारिक तौर पर पुलिस कुछ कहने को तैयार नहीं है। हालांकि उसकी तलाश के लिए होशियारपुर के अलावा पड़ोसी जिलों के अलावा हिमाचल प्रदेश पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है।

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