आज का युवा अपनी जीवनशैली में नहीं चाहता हस्तक्षेप : शैलेंद्र सिंह
सरकारी मिडिल स्कूल मिर्जापुर में मुख्य अध्यापिका परमजीत कौर की अध्यक्षता में अध्यापक-अभिभावक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में अभिभावकों को शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी स्कूलों में हुए विकास के बारे में अवगत करवाया। एनसीइआरटी के सहायक डायरेक्टर शैलेंद्र सिंह सहोता ने इस दौरान स्कूल का औचक निरीक्षण किया।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : सरकारी मिडिल स्कूल मिर्जापुर में मुख्य अध्यापिका परमजीत कौर की अध्यक्षता में अध्यापक-अभिभावक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में अभिभावकों को शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी स्कूलों में हुए विकास के बारे में अवगत करवाया। एनसीइआरटी के सहायक डायरेक्टर शैलेंद्र सिंह सहोता ने इस दौरान स्कूल का औचक निरीक्षण किया।
शैलेंद्र सिंह सहोता ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा के बच्चों में जीवन जीने के सलीके में बहुत बदलाव आ गया है। आज का युवा जीवन अपने अंदाज में व्यतीत करना चाहता है। इसमें किसी का हस्तक्षेप करना उन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं है। जीवन जीने की कला में वह अपनी जिम्मेदारियों से बचने का भी प्रयास कर रहे हैं। इसका प्रतिकूल प्रभाव परिवार और समाज पर पड़ रहा है। विशेषकर अभिभावकों और शिक्षकों का मार्गदर्शन बच्चों के जीवन जीने की शैली को बहुत हद तक प्रभावित करता है। हमें उनकी भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाते हुए परिवार, समाज और राष्ट्र के प्रति उनके दायित्वों के प्रति भी उन्हें जागरूक करना होगा। ऐसा न करने पर युवा पीढ़ी अपने जीवन और उनके दायित्वों के बारे में जिम्मेदार नहीं हो पाएंगे। शैलेंद्र सिंह ने अभिभावकों से अपील की कि वह विद्यार्थियों की संगत और सेहत का विशेष तौर पर ख्याल रखे। वरिष्ठ अध्यापक रजनीश कुमार गुलियानी ने बताया कि बैठक का शुभारंभ मैनेजिग कमेटी के सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। रजनीश गुलियानी ने बैठक की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए विद्यालय की शैक्षिक सह शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रकाश डाला। अध्यापक गुरमेल सिंह ने बालकों की शैक्षणिक उत्थान में आने वाली समस्याओं के निराकरण के लिए अभिभावकों को समय-समय पर विद्यालय आने की अपील की। इस दौरान अध्यापक दलबीर सिंह ने भी अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर स्कूल मैनेजिग कमेटी के सदस्य सुरेंद्र सिंह, लेक्चरर रविदर पाल सिंह, मीना रानी इत्यादि उपस्थित थे।