पशु छोड़ने आया, नहीं लिए तो ट्राली छोड़ चलता बना
फ्लाही कैटल पौंड में जब एक किसान ट्राली पर बेसहारा पशुओं को लेकर छोड़ने के लिए पहुंचा तो कैटल पौंड के मुलाजिमों ने पशु लेने से मना कर दिया।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : फ्लाही कैटल पौंड में जब एक किसान ट्राली पर बेसहारा पशुओं को लेकर छोड़ने के लिए पहुंचा तो कैटल पौंड के मुलाजिमों ने पशु लेने से मना कर दिया।
इस पर गुस्साए किसान ने पशुओं से भरी अपनी ट्राली कैटल पौंड के बाहर खड़ी कर दी और ट्राली को ताला लगाकर, ट्रैक्टर लेकर निकल गया। दो दिन तक भूखे प्यासे पशु ट्राली में ही खड़े रहे और कैटल पौंड के मुलाजिमों ने उनकी सुध तक नहीं ली। जब मामला प्रशासनिक अधिकारियों के ध्यान में गया तो कैटल पौंड के प्रबंधकों ने पशुओं से भरी ट्राली को कैटल पौंड में लाकर छोड़ा। कैटल पौंड के मुलाजिमों ने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें प्रबंधकों ने पशु अंदर लेने से मना किया था, उनका तर्क था कि कैटल पौंड में पहले ही अधिक जानवर हैं। कुछ दिन पहले किसानों ने फगवाड़ा चौक में बेसहारा पशु बाध कर धरना दिया था। प्रशासन ने यह लेटर जारी कर दिया था कि यदि कोई पशु छोड़कर जाएगा तो उसकी मात्र पर्ची काटी जाएगी।
उनकी देखरेख प्रशासन करेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए उक्त किसान दो दिन पहले नौ पशुओं से भरी ट्राली लेकर कैटल पौंड में पहुंच गया। मुलाजिमों ने यह कहकर दरवाजा नहीं खोला कि उन्हें प्रबंधकों ने मना किया है। जिस पर किसान भड़क गया और अपनी ट्राली ही मौके पर छोड़ कर चला गया। जो पशु छोड़कर गया उस पर पर्चा दर्ज हो: संदीप
गोशाला के प्रबंधक एडवोकेट संदीप शर्मा ने बताया कि मामला जब उनके ध्यान में आया तो उन्होंने पशु अंदर कर लिए थे। गलती उस व्यक्ति की है जो पशु बाहर ट्राली में छोड़कर चला गया। पशुओं का पूरा ख्याल रखा गया है। उस व्यक्ति पर पर्चा दर्ज होना चाहिए। प्रशासन के ध्यान में मामला आने पर पौंड में डाले पशु
शनिवार को मामला पुलिस के ध्यान में आ गया। इस दौरान गोशाला के प्रबंधकों को भी यह एहसास हो गया कि मामला बिगड़ रहा है। इसके बाद चुपचाप पशु कैटल पौंड के भीतर कर लिए गए।