ओवरब्रिज पर हादसों व जाम को रोकने के लिए लगाई गई लाइटें चार साल से बंद
मुकेरियां-गुरदासपुर रोड पर बने रेलवे ओवरब्रिज नौशहरा पत्तन में ब्यास दरिया के ऊपर फ्लाईओवर बनाया गया था। मुकेरियां में रेलवे ओबरब्रिज पर स्ट्रीट लाइटें खराब नगर कौंसिल
संवाद सहयोगी, मुकेरियां : मुकेरियां-गुरदासपुर रोड पर बने रेलवे ओवरब्रिज नौशहरा पत्तन में ब्यास दरिया के ऊपर फ्लाईओवर बनाया गया था। करोड़ों रुपये खर्च कर इस पर लाइटें लगाई गई थीं, जो मात्र शोपीस बनकर रह गई हैं। प्रशासन को इसका जरा सा भी ख्याल नहीं है।
अगस्त 2003 में नौशहरा पत्तन में पुल तो बना, लेकिन कई साल बीतने पर भी लाखों रुपये की लागत से लगाई लाइटें बंद पड़ी हैं। शाम ढलते ही पुल पर अंधेरा छा जाता है, जो दुर्घटनाओं को दावत दे रहा है। यहां ओवरब्रिज बनने के बाद पंजाब के कई जिलों का आपस में मेल हुआ था। चढ़ाई व टोल टैक्स से बचने के लिए जम्मू-कश्मीर से आने-जाने वाले ट्रक इसी रास्ते गुजरने लगे, जिस कारण इस रोड पर ट्रैफिक बहुत ज्यादा हो गई। इस रोड पर मुकेरियां व नजदीकी गांव में रेलवे फाटक पड़ता था, जो बंद होने पर रोड पर लगते जाम व ओवरटेक के कारण होती दुर्घटनाओं को देखते हुए अकाली-भाजपा सरकार के समय यहां रेलवे ओवरब्रिज बनाया गया था। वहां भी लाखों रुपये की लागत से बिजली के पोल कनेक्शन न मिलने के कारण सफेद हाथी बनकर रह गए हैं। पुल बनने के कुछ दिन ही लाइटें जगमगाई थी। करीब चार साल हो गए लाइटे बंद पड़ी हैं। दिन ढलते ही पुल पर अंधेरा छा जाता है। यहां कई वाहनों की आपसी भिड़ंत होने से कई लोग काल का ग्रास बन चुके हैं। सभी संबंधित विभाग अपनी-अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। यातायात ज्यादा होने व सिगल रोड पर दोनों ओवरब्रिज होने के कारण दुर्घटनाएं होती है, वहीं रात होते ओवरब्रिजों पर अंधेरा हो जाता है। जिस कारण दुर्घटनाओं में और इजाफा हो रहा है। शासन व प्रशासन इस प्रति कोई भी गंभीर दिखाई नहीं दे रहा।
जल्द होगा समस्या का हल : एसडीओ
एसडीओ जतिदर मोहन ने बताया कि हमारा काम पुल बनाकर लाइटें लगाने का था, जो हमने कर दिया है। फिर भी कोई समस्या है तो उसका हल जल्द किया जाएगा। वह अपने स्तर पर नगर कौंसिल के अधिकारियों से बाचतीच करेंगे, ताकि समस्या का हल हो सके।