सेंट सोल्जर के छात्रों ने डाक्टरों को किया सलाम
सेंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल के छात्रों ने डाक्टरों का वेश धारण कर डाक्टर डे पर डाक्टरों को सलाम किया।
संवाद सहयोगी, टांडा : सेंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल के छात्रों ने डाक्टरों का वेश धारण कर डाक्टर डे पर डाक्टरों को सलाम किया। प्रिसिपल सतविदर कौर के नेतृत्व में आयोजित आनलाइन कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने कहा कि डाक्टर ही लोगों को कई भयानक बीमारियों से बचाते हैं और नया जीवन देते हैं। छात्रों ने डाक्टरी पेशे को महान बताते हुए खुद डाक्टर बनकर दूसरों की सेवा करने की इच्छा प्रकट की। स्कूल डायरेक्टर इंदर कुमार साहनी ने कहा कि एक डाक्टर को धरती पर भगवान के बराबर का दर्जा दिया गया है। उन्हें दूसरा रब कहा जाता है और यह सही भी है, क्योंकि भगवान जीवन देता है और एक डाक्टर उस जीवन की रक्षा करता है। डाक्टरी पेशे की महानता और मर्यादा को समझते हुए सेहत सेवाओं के क्षेत्र में मिसाल कायम करने वाले डा. बी चंद्र राय के जन्मदिवस के अवसर पर हर वर्ष पहली जुलाई को उन्हें याद किया जाता है। डायरेक्टर साहनी ने कहा कि बेशक इस दिन सभी डाक्टर्स डा. राय के नक्शेकदम पर चलने का प्रण करते हैं, पर आज के दौर में यह पेशा पैसे तक ही सीमित होता जा रहा है। कुछ लोग इस पेशे की शान को मिट्टी में मिला रहें है। उन्होंने डाक्टर बनने की इच्छा रखने वाले सभी छात्रों को इस पेशे की शान बनाए रखने और लोगों की सेवा करने के लिए प्रेरित किया। डाक्टर दिवस पर चिकित्सक सम्मानित किए
संवाद सहयोगी, दातारपुर : कमाही देवी के गांव बह चूहड में स्थित सुदामा मेहता अस्पताल में डाक्टर्स दिवस पर विशेष समारोह आयोजित किया। प्रबंधक कैप्टन रामपाल शर्मा की अध्यक्षता में भाजपा के जिला महामंत्री सतपाल शास्त्री व समाजसेवी शाम मुरारी विशेष रूप में उपस्थित रहे। इस दौरान अस्पताल के सभी चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। रामपाल शर्मा ने कहा कि वर्तमान में डाक्टरी ही एक ऐसा पेशा है, जिस पर लोग विश्वास करते हैं। इसे बनाए रखने की जिम्मेदारी सभी डाक्टरों पर है। डाक्टर्स डे स्वयं डाक्टरों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह उन्हें अपने चिकित्सकीय प्रैक्टिस को पुनर्जीवित करने का अवसर देता है। भाजपा जिला महामंत्री सतपाल शास्त्री ने कहा कि वैश्विक महामारी के बुरे दौर में भारतीय डाक्टरों और वैज्ञानिकों ने जो योद्धाओं की तरह रात दिन अथक परिश्रम से मानवता की सेवा की है, वह एक मिसाल है। शाम मुरारी ने कहा, मानवता की सेवा करते हुए असंख्य डाक्टरों ने जीवन को जोखिम में डाला और कइयों ने सर्वोत्तम बलिदान भी दिया।