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जल्द होगा बेसहारा पशुओं की समस्या का समाधान, कमियां करेंगे दूर : मेयर

बेसहारा पशुओं की समस्या का समाधान के लिए निगम प्रशासन ठोस कदम उठाएगा जो भी प्लानिग अधर में फंसी है या अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है उसे जल्द जमीनी स्तर पर लाया जाएगा ताकि शहर वासियों को इस समस्या से निजात मिल सके।

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Jul 2021 05:35 PM (IST)Updated: Wed, 07 Jul 2021 06:00 AM (IST)
जल्द होगा बेसहारा पशुओं की समस्या का समाधान, कमियां करेंगे दूर : मेयर
जल्द होगा बेसहारा पशुओं की समस्या का समाधान, कमियां करेंगे दूर : मेयर

जागरण संवाददाता, होशियारपुर : बेसहारा पशुओं की समस्या का समाधान के लिए निगम प्रशासन ठोस कदम उठाएगा जो भी प्लानिग अधर में फंसी है या अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है उसे जल्द जमीनी स्तर पर लाया जाएगा ताकि शहर वासियों को इस समस्या से निजात मिल सके। यह कहना है निगम के मेयर सुरिदर कुमार छिदा का। सुरिदर कुमार ने दैनिक जागरण के साथ बेसहारा पशुओं के मुद्दे पर बात करते हुए बताया कि बेसहारा पशुओं की समस्या लंबे समय से शहर वासियों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। आज से पहले योजनाएं बनाई गई पर पूरी तरह से अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। कारण चाहे कोई भी हो लेकिन अब समस्या का हल जल्द से जल्द कर दिया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्राथमिकता के आधार पर लावारिस पशुओं को सड़कों से हटाएंगे। उन्होंने बताया कि बेसहारा पशुओं की समस्या का कारण वह लोग हैं जो दूध दोहने के बाद उन्हें छोड़ देते हैं। इस वजह से यह पता नहीं चल पाता कि पशु आखिर किसका है। इसके लिए भी योजना पर काम किया जाएगा ताकि पशु छोड़ने वालों पर कार्रवाई की जा सके।

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घर में रखे पशुओं पर लगाए जाएंगे टैग

मेयर सुरिदर कुमार ने बताया कि कैटल पाउंड व गोशाला में पशुओं को पहुंचाने से टैगिग का काम जल्द पूरा किया जाएगा। जो पशु टैगिग के बिना रह गए हैं उनकी टैगिग प्राथमिकता के आधार पर की जाएगी ताकि पता चल सके कि आखिर बेसहारा पशुओं की संख्या है कितनी। इसके बाद इनके रहने का प्रबंध किया जाएगा। टैगिग उन पशुओं की होगी जो घरों में हैं। यदि पशु पालक सड़क पर पशु छोड़ता है तो उसे ट्रेस करके पशु मालिक के कार्रवाई की जाएगी।

गौशाला से सांड छोड़ने वालों पर भी रखेंगे नजर

मेयर सुरिदर कुमार ने बताया कि पशुओं को बेहोश करने के लिए ट्रेंक्यूलाइज गन की जल्द खरीद की जाएगी। इसके लिए मीटिग करके प्रोसेस पूरा किया जाएगा और बेसहारा पशुओं को काबू करके कैटल पाउंड में छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा, अकसर देखने में आया है कि गौशाला से ही सांडों को दोबारा सड़क पर छोड़ दिया जाता है जिस पर भी नजर रखी जाएगी ताकि चाहे वह गाय हो या फिर सांड उन्हें गौशाला में ही रखा जाए।


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