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स्मार्ट क्लासरूम बन रही विद्यार्थियों के लिए आकर्षण का केंद्र

विद्यार्थियों को आनलाइन माध्यम से पढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा डिजिटल लेसन कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। कुछ ही समय में यह कार्यक्रम काफी सफल साबित हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 04:02 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 04:02 PM (IST)
स्मार्ट क्लासरूम बन रही विद्यार्थियों के लिए आकर्षण का केंद्र
स्मार्ट क्लासरूम बन रही विद्यार्थियों के लिए आकर्षण का केंद्र

संवाद सहयोगी, होशियारपुर : विद्यार्थियों को आनलाइन माध्यम से पढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा डिजिटल लेसन कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। कुछ ही समय में यह कार्यक्रम काफी सफल साबित हुआ है। इसी के तहत सरकारी मिडिल स्कूल मिर्जापुर में विद्यार्थियों के लिए हाईटेक एजुकेशन की व्यवस्था की गई है। यहां पर प्रोजेक्टर आधारित स्मार्ट कलासरूम, आडियो-विजुअल शिक्षा व्यवस्था, अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस भवन, अच्छे क्लासरूम, फर्नीचर, प्रोजेक्टर्स, पीने के लिए आरओ का पानी, विद्यार्थियों के लिए मिड-डे मील, खाने के लिए डायनिंग हाल विद डाइनिंग टेबल, हैंड वाशिंग स्टेशन, साफ शौचालय आदि की व्यवस्था की गई है।

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जो कक्षा कभी विद्यार्थियों को रिझाने में नाकाम हुआ करती थीं, वह अब उनके लिए आकर्षण का केंद्र बन चुकी है। पहले अध्यापकों को पढ़ाता देख जिन्हें नींद आती थी, अब वही बच्चे झूमते, गाते और नाचते हुए पढ़ाई कर रहे हैं। सरकारी मिडिल स्कूल के अध्यापक रजनीश कुमार गुलियानी, गुरमेल सिंह ने बताया कि स्कूल में स्मार्ट क्लास पाठ्यक्रम में पंजाबी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान विषयों के पाठ्यक्रम को शामिल किया हुआ है। इक्वेशन के एप्लीकेशन को विजुअल सपोर्ट के साथ क्लास में ही दिखाया जाता है, जिससे हर क्रिया पर होने वाली प्रतिक्रिया भी उसी समय दिख जाती है। अध्यापकों को किया गया है प्रशिक्षित

उप जिला शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार और ब्लाक मेंटर नीरज कंवर ने बताया कि स्कूल में स्मार्ट क्लास शुरू करने से पूर्व सभी अध्यापकों को प्रशिक्षित किया गया था। समय-समय पर अध्यापकों को नई टेक्नोलाजी के साथ अप-टू-डेट भी किया जा रहा है। इससे उन्हें स्मार्ट क्लास में बच्चों को ढालने में सहजता हो रही है। दलबीर सिंह, परमजीत कौर, मीना रानी ने बताया के स्मार्ट क्लास से बच्चों को काफी फायदा मिल रहा है। बच्चे भी बड़ी लगन से इन कक्षाओं में हिस्सा ले रहे हैं। निजी स्कूल को दे रहे मात : डीईओ

जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी शिक्षा डा. गुरशरण सिंह ने बताया कि ये स्मार्ट क्लास किसी निजी स्कूलों में नहीं, बल्कि राजकीय स्कूलों में देखने को मिल रहा है। राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई स्मार्ट तरीके से हो रही है। अब सरकारी स्कूल के बच्चे भी महंगे निजी स्कूलों के बच्चों को टक्कर देंगे। सरकारी स्कूल व निजी स्कूल कोविड-19 को लेकर बंद थे। अब स्कूल खुलते ही स्कूलों में स्मार्ट क्लास से पढ़ाई करवाई जा रही है। स्मार्ट क्लास में आधुनिक पाठ्य सामग्री को बच्चों के लिए बेहद रोचक बनाया गया है।


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