बीडीपीओ हाजीपुर के खिलाफ सांझी संघर्ष कमेटी ने लगाया धरना
सांझी संघर्ष कमेटी ने हाजीपुर में हाल ही में नियुक्त हुए बीडीपीओ हीरा सिंह के खिलाफ सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, हाजीपुर : सांझी संघर्ष कमेटी ने हाजीपुर में हाल ही में नियुक्त हुए बीडीपीओ हीरा सिंह के खिलाफ सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेता शंभुनाथ भारती, आप नेता सुलखन सिंह जग्गी, भाजपा मंडल प्रधान अनिल वशिष्ट, पूर्व पंचायत अफसर राजेंद्र सिंह लोहगढ़, महामंत्री भारतीय किसान संघ सूबेदार मेजर बलबीर सिंह, खनन रोको जमीन बचाओ संघर्ष कमेटी के धर्मेंद्र सिबली, ठाकुर विक्रम सिंह, चेयरमैन राजपूत सभा प्रदीप कटोच आदि शामिल थे। शंभुनाथ भारती व सुलखन सिंह जग्गी ने बताया कि बीडीपीओ इससे पहले मुकेरियां में तैनात थे। वहां उन्होंने अपने कार्य में भ्रष्टाचार के साथ-साथ अपने ही कार्यालय की एक महिला कर्मचारी के साथ अभद्र व्यवहार किया था। जिसके बाद सांझी संघर्ष कमेटी के बड़े संघर्ष के बाद दर्जा चार कर्मचारी एक महिला द्वारा बीडीओ हीरा सिंह पर तथाकथित छेड़छाड़ एवं परेशान करने के लगाए गए आरोपों की जांच एडीसी (विकास) की अध्यक्षता में बनी पांच सदस्यीय कमेटी ने की थी। जिसमें बीडीओ को किसी भी पब्लिक डीलिग वाले कार्यालय में नियुक्त न करने की सिफारिश की गई थी, परंतु विभाग ने उक्त रिपोर्ट को दरकिनार करते हुए हीरा सिंह की मुकेरियां उपमंडल के हाजीपुर ग्राम पंचायत व विकास कार्यालय में फिर से बतौर बीडीओ नियुक्त कर दिया। बीडीपीओ हीरा सिंह पर यह सारी मेहरबानी मुकेरियां के विधायक का चहेता होने के चलते हुई है, जो महिला कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। एक तरफ हैदराबाद कांड से लेकर यूपी तक महिलाओं से हुए अत्याचार पर पूरा भारत रोष व्यक्त कर रहा है।
पंजाब की कैप्टन सरकार की हलका मुकेरियां की विधायक उक्त अफसर को बार-बार अपने क्षेत्र में ला रही है, जो महिलाओं के प्रति अति असंवेदनशील है। भारती व जग्गी ने सरकार व प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि आज सांझी संघर्ष कमेटी ने केवल सांकेतिक धरना लगाया गया है। अगर बीडीपीओ हीरा सिंह को तीन दिन के में हाजीपुर से तब्दील नहीं किया गया तो कमेटी संघर्ष को बड़े स्तर पर लेकर जाएगी। इस अवसर पर जगदीश सिंह, रघुवीर सिंह, अजयपाल सिंह, दया राम, गिरधारी लाल, कश्मीर सिंह, गोविद अत्री, शिव देव, सुखविदर सिंह, चेयरपर्सन राजरानी, सुरिदर सिंह आदि मौजूद थे।