खराब मौसम में भी सनातन धर्म की जय-जयकार
मां कामाक्षी दरबार कमाही देवी में भगवान शालिग्राम का विवाह तुलसी के साथ विधिवत पूजन एवं वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संपन्न हुआ।
संवाद सहयोगी, दातारपुर
मां कामाक्षी दरबार कमाही देवी में भगवान शालिग्राम का विवाह तुलसी के साथ विधिवत पूजन एवं वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संपन्न हुआ। इस अवसर पर श्रद्धा का सागर उमड़ पड़ा और दो हजार नर-नारी खराब मौसम में भी डटे रहे और आयोजन के साक्षी बने। इस अवसर पर सुबह दरबार से महंत राज गिरी जी महाराज की अध्यक्षता में सुनियोजित तरीके से बारात ने प्रस्थान किया। गांव बह नंगल में तुलसी पक्ष के प्रमुख राजू शर्मा के आवास पर पहुंची, जहां घरातियों ने बारातियों का सम्मान और स्वागत किया तदुपरांत वैदिक मंत्रों द्वारा विद्वान पंडितों ने विवाह की रस्में पूरी करवाईं। इस से पूर्व शगुन की रस्म परंपरा के अनुसार संपन्न हुई। बह नंगल से तुलसी पक्ष के राजू शर्मा तथा अन्य ने विधिवत पूजन के बाद शगुन भेंट किया। इस से पहले वर पक्ष यानी कि शालिग्राम भगवान जो मां कामाक्षी दरबार में विराजमान हैं, ने बाजे गाजे के साथ वधु पक्ष का स्वागत किया। शगुन के बाद ब्रह्म भोज का आयोजन किया गया जिसमें बहुत से श्रद्धालुओं ने प्रीति भोज में शिरकत की। तुलसी पक्ष के लोगों ने महंत राज गिरी जी महाराज से बारात लेकर आने के लिए अनुरोध किया, जो उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया। फलस्वरूप आज सुबह धूमधाम के साथ शालिग्राम भगवान की बारात निकाली गई और बह नंगल में तुलसी के पक्ष के राजू शर्मा के आवास पर लोगों ने बारात का भव्य स्वागत किया। उसके बाद विवाह की रस्में वैदिक मंत्रों द्वारा संपन्न हुई और तुलसी माता बारात में दूल्हा बने शालिग्राम के साथ पत्नी रूप में मां कामाक्षी दरबार पधारीं जहां उनका स्वागत किया गया। इस अवसर पर महंत रमेश दास जी दातारपुर, राजू शर्मा, राजिदर मेहता, सुदर्शन पंडित, रमेश भारद्वाज, बनवारी लाल, अजय शास्त्री, डाक्टर रविद्र सिंह, पंडित सुदर्शन ऐरी, डाक्टर सुभाष, रविद्र, देवराज लंबड़, रमेश ठाकुर, राजेश राजू, बलकार सिंह, रमन गोल्डी कैप्टन रामपाल शर्मा, मास्टर शाम मुरारी, उपस्थित थे।