मुकेरियां हाइडल चैनल नहर की मरम्मत 17 मार्च से शुरू
लंबे समय से मुकेरियां हाइडल प्रोजेक्ट नहर की हालत खस्ता हो चुकी है। जगह-जगह से कंक्रीट की स्लैबें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। नहर का पानी नहर किनारे की मिट्टी में समाता जा रहा है। पानी के रिसाव से सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ है।
संवाद सहयोगी, हाजीपुर : लंबे समय से मुकेरियां हाइडल प्रोजेक्ट नहर की हालत खस्ता हो चुकी है। जगह-जगह से कंक्रीट की स्लैबें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। नहर का पानी नहर किनारे की मिट्टी में समाता जा रहा है। पानी के रिसाव से सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ है। जहां नहर जमीन की खुदाई करके बनाई गई है, वहां खतरा कम है। अड्डा झीर दा खूह से लेकर हाजीपुर के पावर हाउस नंबर दो तक का क्षेत्र अति संवेदनशील है। इसी क्षेत्र से 90 के दशक में गांव निकूचक्क के पास नहर का बहुत बड़ा हिस्सा बह गया था। इससे लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
मुकेरियां हाईडल प्रोजेक्ट नहर की रिपेयर न होने के बारे में विभाग के एक्सईएन चरणजीत सिंह सैनी ने बताया, सरकार व कई अन्य विभागों को प्रपोजल भेज चुके हैं। सभी की ओर से मंजूरी मिल गई है। इसके चलते रिपेयर का कार्य 17 से 30 अप्रैल तक चलेगा। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। नहर में अलग-अलग चरणों में पानी रख कर अन्य छोटी-बड़ी नहरों को चलाते हुए रिपेयर के कार्य को मकम्मल किया जाएगा। यह सारी योजना इसलिए बनाई गई है ताकि किसानों को कोई परेशानी पेश न आए। इसी तरह विभाग की ओर से 17 मार्च को शुरू होने वाले कार्य के दौरान खासकर कंडी नहर जो कंडी क्षेत्र के ऊपरी जमीनों को सींचने का कार्य करती है, उसकी मरम्मत भी की जाएगी। इसके अलावा टूट चुकी स्लैबों व अन्य कार्यों के साथ-साथ सभी पावर हाउस की भी रिपेयर का कार्य किया जाएगा।