बस स्टैंड की खस्ताहालत से मिनी चंडीगढ़ पर उठने लगे सवाल
बस स्टैंड में पहुंचने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं क्योंकि स्थिति बद से बदतर हालात में है। जगह जगह से रोड टूटने के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो चुका है।
रमन कौशल, तलवाड़ा
बस स्टैंड में पहुंचने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं क्योंकि स्थिति बद से बदतर हालात में है। जगह जगह से रोड टूटने के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो चुका है। बरसात होने पर गड्ढों में पानी भर जाता है और बसों के गुजरने से गंदे पानी के छींटे यात्रियों पर पड़ते हैं। इसके कारण उनके कपड़े गंदे हो जाते हैं। यहां से यात्री हिमाचल के लिए भी सफर करते हैं। कंडी के गांवों के लिए बस स्टैंड लाइफलाइन है। हर रोज हजारों लोग इसी बस स्टैंड से गंतव्य तक का सफर शुरू करते हैं। पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और चंडीगढ़ से कई बसें यहां पहुंचती हैं। लेकिन, खस्ताहालत देखकर लोगों के मन में साफ व सुंदर मिनी चंडीगढ़ कहलाने वाले तलवाड़ा की छवि खराब होती है। कहने तो तलवाड़ा चंडीगढ़ की तर्ज पर ही बसाया गया था, बकायदा सेक्टर बनाए गए परंतु बस अड्डे की दयनीय हालत सुंदरता के लिए कलंक से कम नहीं है। हैरानी की बात तो यह है कि रोडवेज विभाग का भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। उन्हें यह तक नहीं पता कि आखिरी बार इसकी रिपेयरिग कब हुई थी। बस स्टैंड ब्लाक समिति के अधीन आता है। यह 1994 में पंजाब विधानसभा के डिप्टी स्पीकर स्वर्गीय रमेश चंद्र डोगरा के प्रयास से बना था। इसके चलते कई लोगों को रोजगार मिला, पर अफसोस अब यह अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है।
आगामी बैठक में होगा बजट पास
इस संबंध में जब ब्लाक समिति तलवाड़ा की चेयरपर्सन वंदना से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बस स्टैंड की मरम्मत के लिए आगामी मीटिग में बजट पास किया जाएगा और जल्द ही कार्य शुरू करवाया जाएगा।