नौकर बनने की अपेक्षा नौकरी देने वाले व्यवसायी तैयार करना नई शिक्षा नीति का लक्ष्य : शर्मा
संवाद सहयोगी दातारपुर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत वर्ष 2030 तक शत-प्रतिशत सकल नामांकन अनुपात का लक्ष्य निर्धारित किया गया है ताकि विद्यार्थियों को आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर किया जा सके।
संवाद सहयोगी, दातारपुर : नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत वर्ष 2030 तक शत-प्रतिशत सकल नामांकन अनुपात का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, ताकि विद्यार्थियों को आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर किया जा सके। नौकर बनने की अपेक्षा नौकरी देने वाले उद्यमी तैयार करना इस शिक्षा नीति का लक्ष्य है। यह जानकारी महेश शर्मा एमडी सेंट मेरी स्कूल, भटोली, दातारपुर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने कहा आत्मनिर्भर विद्यार्थी ही आत्मनिर्भर भारत बनाने में समर्थ होंगे। नई शिक्षा नीति में प्राथमिक कक्षाओं तक की शिक्षा में मातृभाषा अथवा स्थानीय या क्षेत्रीय भाषा को शिक्षा के माध्यम के रूप में अपनाने बल दिया गया है। उन्होंने नई शिक्षा नीति के विषय में जानकारी दी कि 3 से 18 वर्ष की आयु के बीच बच्चों का अधिकतर बौद्धिक विकास हो जाता है, इसलिए इस शिक्षा नीति के तहत 3 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए सरकार द्वारा मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा का संकल्प लिया गया है, जबकि देश में दूरस्थ प्रवासी क्षेत्रों में आवासीय विद्यालयों का निर्माण भी नई शिक्षा नीति में शामिल है। उन्होंने बताया कक्षा छठी से व्यावसायिक शिक्षा आरंभ की जाएगी जिनमें दस दिन बैग रहित होंगे। इस दौरान प्रशिक्षण शिक्षा पर बल दिया जाएगा।