पावरकाम पेंशनर्स एसोसिएशन ने मांगों के लिए किया प्रदर्शन, सरकार को चेतावनी देते कहा, आगामी चुनाव में सिखाएंगे सबक
सब अर्बन डिवीजन होशियारपुर में पावरकाम पेंशनर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने पिछले काफी लंबे समय से लटक रही मांगों को लागू करवाने के लिए सोमवार को पावरकाम विभाग और पंजाब सरकार के खिलाफ कड़कती सर्दी में प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : सब अर्बन डिवीजन होशियारपुर में पावरकाम पेंशनर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने पिछले काफी लंबे समय से लटक रही मांगों को लागू करवाने के लिए सोमवार को पावरकाम विभाग और पंजाब सरकार के खिलाफ कड़कती सर्दी में प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विशेष रूप से पहुंचे प्रधान तरसेम लाल ने कहा कि पंजाब सरकार पावरकाम विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर पेंशनरों की मांगों को जानबूझ कर लागू करने में आनाकानी कर रही है। उन्होंने पंजाब सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अब विधानसभा चुनाव में एक वर्ष से भी कम समय रह गया है। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने पावरकाम अधिकारियों को बातों में लेकर मतदान अपने पक्ष में करवा लिया था, मगर अब अगर पंजाब सरकार और पीएसपीसीएल उनकी मांगों को नहीं मानता है तो आने वाले चुनाव में इनका सड़कों पर उतर कर विरोध किया जाएगा। उन्होंने मुख्य मांगों में बताया कि डीए का बकाया तुरंत दिया जाए। छठे पे कमिशन की रिपोर्ट को लागू किया जाए। सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पहले जैसे मुफ्त बिजली की सुविधा दी जाए। महंगाई भत्ता पांच सौ के बजाय 2500 रुपये किया जाए। ठेके पर रखे मुलाजमों को तुरंत पक्का किया जाए। इस अवसर पर तरसेम लाल के साथ डीके महिता, गुरबचन सिंह, करम सिंह, सर्वन सिंह, मनजीत सिंह, प्रवेश कुमार मौजूद थे।
उधर, प्रापर्टी डीलर एसोसिएशन टांडा उड़मुड़ ने रजिस्ट्री करवाते समय अपाइंटमेंट के लिए ई स्टांप की मियाद सिर्फ एक दिन करने के सरकारी फैसले का विरोध किया। विधायक संगत सिंह गिलजियां को मांगपत्र भेंट करते हुए इसे वापस लेने की अपील की। एसोसिएशन के प्रधान मुकेश कुमार मन्ना के नेतृत्व में सरकार के नाम मांगपत्र भेंट करते हुए संगठन के सदस्यों ने विधायक को बताया कि इससे समस्या और बढ़ गई है। अगर किसी हालात में एक दिन में रजिस्ट्री नहीं होती तो मियाद खत्म होने पर फिर दोबारा स्टांप, रजिस्ट्रेशन फीस, कंप्यूटर फीस देनी पड़ेगी। इससे लोगों का लाखों रूपये का नुकसान होगा। इसके साथ ही उन्होंने जमीन की फर्द अब सेवा केंद्रों से मिलने के फरमान का विरोध किया। उन्होंने सरकार से मांग की कि यह दोनों जन विरोधी फरमानों को वापस लिया जाए। इस मौके प्रेम सिंह, गोल्डी कपिला, सुरिदर सिंह ढिल्लों, रणजीत सिंह, सुमित पाल, तरसेम सिंह, जतिदर सिंह, जोगिदरपाल, शलिदर सिंह, प्यारा सिंह सैनी, रणजीत तुली, वरिदर भारती, जतिदरपाल सिंह, सुरिदर सोहल, गुरदेव ठाकुर, गुरदीप काकू, अमरजीत सिंह पंडोरी, कुलजीत सैनी मौजूद थे।