धीमी लिफ्टिग, फटेहाल तिरपालों के नीचे गेहूं का अंबार, बारिश हुई तो खराब होगी गेहूं
प्रशासन ने 10 अप्रैल से गेहूं खरीद की घोषणा की थी
नीरज शर्मा, होशियारपुर
प्रशासन ने 10 अप्रैल से गेहूं खरीद की घोषणा की थी, साथ ही दावे किए थे कि किसानों को कोई मुश्किल नहीं होगी। किसानों के खाते में सीधे पैसे डाले जाएंगे। मंडी में खरीद संबंधी प्रबंध मुकम्मल हैं और किसानों को समस्या नहीं आने दी जाएगी। परंतु खरीद लगभग मुकम्मल हो चुकी है। केवल कुछ ही गेहूं मंडी में आना बाकी है लेकिन गेहूं की लिफ्टिंग की रफ्तार बेहद धीमी है। जिस हिसाब से लिफ्टिग चल रही है उस हिसाब से लग रहा है, जैसे अगले सीजन तक ही प्लेटफार्म साफ हो जाए तो बड़ी गनीमत होगी। गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा है और प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है। यहां तक कि किसानों की सीधी पेमेंट के लिए जो पोर्टल बनाया गया था वह भी सारे सीजन में गति नहीं पकड़ सका।
दूसरी तरफ मौसम बार-बार करवट ले रहा है। गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा है। हालांकि दिखावे के लिए गेहूं पर तिरपालें दी गई हैं लेकिन व तिरपालें फटेहाल हैं। यानी यह केवल भ्रम है कि मंडी के अधिकारियों को गेहूं की चिता है जबकि सच्चाई असलियत से कोसों दूर है। यदि कृषि विशेषज्ञों की मानी जाए तो गेहूं यदि बरसात में भीगता है और लिफ्टिग और लेट होती है तो गेहूं की स्टोरेज क्वालिटी डाउन होती जाएगी और इसे अधिक समय तक स्टोर नहीं किया जा सकता। (बाक्स) 30 अप्रैल के बाद नहीं हुई पेमेंट ं
गेंहूं खरीद आढि़यों व किसानों के लिए गले की फांस बनी हुई है। जब से पोर्टल शुरू हुआ है आज तक पेमेंट सही ढंग से नहीं हो रही। 30 अप्रैल से अब तक जिन किसानों के पेमेंट होनी है यह अभी तक नहीं हो पाई है। किसान परेशान हैं और उनकी परेशानी का कोई हल नहीं हो रहा। (बाक्स)लिफ्टिग जारी है जल्द उठा लिया जाएगा गेहूं : मंडी सचिव
इस संबंध में मंडी के सचिव जुगराज पाल साही से बात की गई तो उन्होंने कहा कि लिफ्टिग जारी है जल्द ही काम समाप्त कर लिया जाएगा। किसानों के खातों में पेमेंज भी जल्द ट्रांसफर कर दी जाएगी।