गुणवत्ता की पहचान करने के बाद ही खरीदें सैनिटाइजर
सतीश कुमार होशियारपर कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए तीन चीजों की बहुत ज्यादा जरूरत है।
सतीश कुमार, होशियारपर
कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए तीन चीजों की बहुत ज्यादा जरूरत है। यह हैं, मुंह पर मास्क, बार-बार हाथों को सैनिटाइज करना और फिजिक्ल डिस्टैंसिंग। मगर पिछले कुछ दिन से यह बात सामने आ रही है कि मार्केट में बड़ी मात्रा में डुप्लीकेट सैनिटाइजर धड़ल्ले से बिक रहा है। सेहत विभाग आंखें मूंदकर तमाशा देख रहा है। उक्त डुप्लीकेट सैनिटाइजर लोगों की जेब पर तो डाका डाल ही रहे हैं, साथ ही लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। कई लोगों को सैनिटाइजर का प्रयोग करने से कई प्रकार के चर्म रोग हो रहे हैं।
-------------------- बगैर बिलिग के बिक रहा है डुप्लीकेट सैनिटाइजर दवाइयों की होलसेल मार्केट बस्सी ख्बाजू के कुछ दवा विक्रेताओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मार्केट में सैनिटाइजर के बहुत सारे ब्रांड बिकने के लिए आ गए हैं। अब तो वह भी नहीं जानते कि कितने ब्रांड सैनिटाइजर के मार्केट में बिक रहे हैं। कुछ लोग बगैर बिलिग और कम दाम होने पर सैनिटाइजर खरीद लेते हैं, बाद में पता चलता है कि वह नकली है और उसका असर तो हो नहीं रहा है। हां साइड इफेक्ट जरूर हो रहे हैं जिससे हाथों की हथेलियों पर खुजली शुरू हो जाती है। हाथों पर धब्बे से पड़ने लगते हैं।
------------------ हेल्थ विभाग को जारी करने चाहिए दिशा-निर्देश
कुछ दवा और सैनिटाइजर बिक्रेताओं ने कहा है कि यूं तो ड्रग्स इंस्पेक्टर समय-समय पर कई प्रकार की शर्तें और दिशानिर्देश जारी करते रहते है मगर क्या उनके पास अभी तक डुप्लीकेट सैनिटाइजर की शिकायत नहीं पहुंची है। उन्हें जल्द ही सख्त निर्देश जारी करने चाहिए।
------------------- कंपनी का ही सैनिटाइजर खरीदना चाहिए : डॉ. एसके संदल
डॉक्टर एसके संदल का कहना है कि मार्केट में बहुत ज्यादा ब्रांड के सैनिटाइजर बिक रहे हैं। सैनिटाइजर की पहचान ही नहीं है कि कौन-सा असली है। ग्राह्क को हमेशा कंपनी का ही सैनिटाइजर खरीदना चाहिए। यही नहीं सैनिटाइजर खरीदते समय उसकी मैन्यूफैक्चिरिंग और एक्सपायरी तारीख जरूर चेक करें। सैनिटाइजर की खरीद करते समय उसका बिल जरूर लें ताकि सैनिटाइजर से साइड इफेक्ट हुआ तो शिकायत करने के लिए बिल का होना बहुत जरूरी है। सैनिटाइजर का प्रयोग केवल तब ही करें जब बहुत ही जरुरी हो। जहां तक हो सके साबुन से ही हाथ धोएं।