पावरफुल मंत्री और विधायकों का नहीं चल पाया जादू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुनामी में मंत्री और विधायकों की एक नहीं चली।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुनामी में मंत्री और विधायकों की एक नहीं चली। सभी रणनीतियां फेल हो गई। होशियारपुर विधानसभा का प्रतिनिधत्व करने वाले सुंदर शाम अरोड़ा दोआबा के खाते से कैबिनेट मंत्री हैं। मंत्री बनने के बाद उनका राजनीतिक कद भी बढ़ा है। होशियारपुर लोकसभा का चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा गया, लेकिन मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा का अपना ही हलका बुरी तरह से हार गया। ढाई साल पहले 11233 वोट से ज्यादा के अंतर से जीतने वाली काग्रेस 9200 वोट से पिछड़ गई। हालाकि काग्रेस उम्मीदवार डॉ. राज कुमार अपने हलके चब्बेवाल में 7200 की बढ़त लेने में कामयाब रहे, लेकिन उन्हें भी चब्बेवाल से करीबन 22 हजार वोट का नुकसान हुआ है। हलका शामचौरासी में भी ढाई साल पहले काग्रेस के पवन आदिया करीबन 3800 वोट से जीते थे, लेकिन वहा की भी लीड महज ढाई हजार ही रह गई। उड़मुड़ से विधानसभा चुनाव में काग्रेस के संगत सिंह गिलजिया करीबन 14954 वोट से जीते थे, लेकिन अब यहा से काग्रेस को महज 416 वोट से ही बढ़कर दिला पाए। विधानसभा दसूहा भी उम्मीदवारों पर खरा नहीं उतरा। विधानसभा चुनाव में यहा से काग्रेस के अरुण डोगरा मिक्की करीबन 18 हजार वोट से जीते थे, लेकिन यहा पर भाजपा ने काग्रेस को करारा झटका देते हुए 22 हजार वोट से पछाड़ दिया। मुकेरियां से भाजपा को बंपर जीत मिली
विधानसभा मुकेरिया तो काग्रेस के लिए सबसे ज्यादा घातक सिद्ध हुआ। विधानसभा चुनाव में 18 हजार वोटों से काग्रेस के रजनीश बब्बी को 23126 वोट से जीत दिलाने वाले मुकेरिया ने इस बार काग्रेस को झकझोर कर रख दिया। यहा से भाजपा को तकरीबन 37 हजार वोटों की बंपर लीड मिली।
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