बच्चों के लिए घातक है निमोनिया, रखें विशेष ध्यान : डा. राजवंत
निमोनिया के मुख्य लक्षण सांस लेने या खांसने पर सीने में दर्द हरा या पीला बलगम निकलना थकान बुखार पसीना सांस लेने में तकलीफ आदि हैं।
जागरण टीम, होशियारपुर : सिविल सर्जन के कार्यालय में सिविल सर्जन डा. परमिदर कौर के नेतृत्व में विश्व निमोनिया दिवस मनाया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डा. परमिदर कौर ने कहा कि निमोनिया सांस की गंभीर बीमारी है। यह मनुष्य के फेफड़ों को प्रभावित करती है। निमोनिया कई संक्रामक रोगाणुओं के कारण होता है, जिनमें वायरस, वैक्टीरिया आदि शामिल हैं। निमोनिया के मुख्य लक्षण सांस लेने या खांसने पर सीने में दर्द, हरा या पीला बलगम निकलना, थकान, बुखार, पसीना, सांस लेने में तकलीफ आदि हैं।
मेडिकल विशेषज्ञ डा. सर्बजीत सिंह ने कहा कि निमोनिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए, जिसमें मुख्य रूप से धूम्रपान का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि इससे सर्दी और फ्लू वाले व्यक्ति में निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। जुकाम व फ्लू से पीड़ित मरीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। क्योंकि निमोनिया के कीटाणु सांस द्वारा दूसरों को प्रभावित करते है। हमें अपने इर्द-गिर्द व हाथों की भी साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
बच्चों के माहिर डा. राजवंत ने कहा कि निमोनिया बच्चों को बहुत जल्दी प्रभावित करता है। इसलिए नवजात शिशुओं को जन्म के एक घंटे के भीतर मां का दूध और छह महीने तक सिर्फ मां के दूध का ही सेवन कराना चाहिए। साथ ही स्वच्छ पेयजल और का इस्तेमाल बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि बच्चों का पूर्ण टीकाकरण करें, ठंड से बचाव के लिए बदलते मौसम में बच्चे के शरीर को गर्म-ऊनी कपड़ों से ढकें। बच्चों को घर पर नंगे पैर जमीन पर न चलने दें। घर में धूम्रपान बंद करने से बच्चों को निमोनिया से बचाया जा सकता है।
इस अवसर पर जिला टीकाकरण अधिकारी डा. सीमा गर्ग, जिला परिवार भलाई अफसर डा. सुनील अहीर, सीनियर मेडीकल अफसर डा. जसविदर सिंह, डा. स्वाति, डा. परमजीत सिंह, मेडीकल अफसर डा. हरनूर, डा. सुप्रीत, डिप्टी मास मीडिया आफिसर तृप्ता देवी, राजिदर सिंह और अमनदीप सिंह उपस्थित थे।