सर्दी में रखे खास ख्याल: डॉ. राज वासल
सर्दी से सभी लोग प्रभावित होते हैं। छोटे बच्चों को ठंड बड़ी जल्दी लग जाती है। इसकी वजह से वे कई तरह के रोगों से ग्रसित हो जाते हैं।
संवाद सहयोगी, दातारपुर : सर्दी से सभी लोग प्रभावित होते हैं। छोटे बच्चों को ठंड बड़ी जल्दी लग जाती है। इसकी वजह से वे कई तरह के रोगों से ग्रसित हो जाते हैं। ऐसा ही एक रोग है निमोनिया है। दातारपुर के चिकित्सक डॉ. राज वासल ने बताया कि यह एक खतरनाक रोग है। इससे जान तक जाने का खतरा हो सकता है। निमोनिया बच्चे को हो जाने के बाद उसे तरह-तरह की परेशानियां आने लगती है।
डॉ. राज वासल ने कहा यह एक तरह का वायरस है, जो फेफड़ों में तरल पदार्थ को जमा करके खून और हवा के बहाव को रोकता है। इससे तेज बुखार, बलगम वाली खांसी, सीने में दर्द और सांस का तेजी से चलना आदि प्रमुख लक्षण होते हैं। निमोनिया के कई लक्षण होते हैं। जैसे बच्चे को सांस लेने में परेशानी का होना, घबघराहट की आवाज आना, पेट और छाती में दर्द, नाखूनों का रंग नीला पड़ना, उल्टी आना, जोड़ों में दर्द होना तथा थकान है।
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निमोनिया का रोग कई तरह से फैल सकता है। इस रोग का वायरस बच्चे के गले या नाक में पाए जाते हैं और वे सांस के जरिए फेफड़ों में जा सकते हैं। कुपोषण, स्तनपान की कमी और अस्वस्थ वातावरण की वजह से निमोनिया से ग्रसित बच्चे की मौत तक हो सकती है। इसलिए इस बारे में सभी लोगों को जागरुक होना चाहिए। निमोनिया छींक व खांसी से हवा नली से भी फैल सकता है। उचित पौष्टिक आहार, स्वच्छ पर्यावरण और वैक्सीन के इस रोग को रोका जा सकता है। यदि आपके बच्चों को कोई परेशानी सामने आती है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
बच्चों को पूरी तरह ढक कर रखें
बच्चे को निमोनिया की मुख्य वजह सर्दी का लगना होता है। ऐसे में ठंड बच्चे को दो तरह से बार करती है। पहला पैरों के रास्ते और दूसरा सिर के रास्ते। इन दोनों जगह पर सर्दी का असर बच्चे को बड़ी जल्दी होता है। इसलिए सिर और पैरों को ढंक के रखना जरुरी है। निमोनिया के कारण अगर आपके बच्चे को बुखार हो जाता है और आपका शरीर अधिक तपने लगता है, तो ऐसे में आप ठंडे पानी का प्रयोग कर सकते हो। यह बुखार को कम करने का एक अच्छा उपाय है। लेकिन अचानक से शरीर के तापमान में बदलाव के कारण आपको ठंड लग सकती है। इसलिए अगर आप गुनगुने पानी को प्रयोग में लाते हो, तो आपके शरीर का तापमान धीरे धीरे बदलता है।