Move to Jagran APP

मंदिर निर्माण के शिलान्यास से भारतीय संस्कृति हुई पुनर्जीवित

मुकेरियां भगवान राम समस्त भारत की संस्कृति के प्राणाधार हैं । अयोध्या में उनके भव्य मंदिर के निर्माण का शिलान्यास होने से भारत की संस्कृति पुनर्जीवित हुई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 10:24 PM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 10:24 PM (IST)
मंदिर निर्माण के शिलान्यास से भारतीय संस्कृति हुई पुनर्जीवित
मंदिर निर्माण के शिलान्यास से भारतीय संस्कृति हुई पुनर्जीवित

संवाद सहयोगी, मुकेरियां: भगवान राम समस्त भारत की संस्कृति के प्राणाधार हैं । अयोध्या में उनके भव्य मंदिर के निर्माण का शिलान्यास होने से भारत की संस्कृति पुनर्जीवित हुई है। पूर्व ब्लॉक समिति मेंबर एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता शम्भू नाथ भारती मोजोवाल ने कहा कि भगवान राम बेशक हिदुओं के आराध्य हैं, परंतु वह विश्व के तमाम सम्प्रदायों, मतों, धर्मों एवं मानववादियों के प्रेरणास्त्रोत एवं आदर्श भी हैं। इंडोनेशिया एवं मॉरीशस आदि कई देशों में भगवान श्री राम को एक आदर्श के रूप में माना जाता है । भारती ने कहा कि राम समानता, मानवता, राष्ट्रीयता एवं धर्म निरपेक्षता के प्रेरणास्त्रोत व प्रतीक हैं। अयोध्या में मंदिर का शिलान्यास हो जाने से भारतीय जनता पार्टी का चुनाव मनोरथ पत्र में भारत की जनता से राम जन्मभूमि पर मन्दिर निर्माण का किया वादा भी पूरा हो गया है, जिसके लिए समस्त भारतवासी बधाई के पात्र हैं। शिलान्यास की प्रसन्नता के उपलक्ष्य में एवं भव्य मन्दिर के निर्विघ्न निर्माण के लिए परम पिता परमात्मा प्रभु श्री राम जी से प्रार्थना कर यहां पर हवन किया गया । इस अवसर पर हिम मित्र मण्डल के संयोजक ठाकुर विक्रम सिंह, प्रधान परषोतम चंद , सोशल वेल्फेयर कमेटी के अध्यक्ष ठाकुर दिनेश राणा, भाजपा जिला कार्यकारिणी सदस्य डॉ. संतोख सिंह, ठाकुर गिरधारी लाल मन्हास एवं राजेश बिल्लू भी मौजूद थे।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.