बढ़ी फीसों के विरोध में भड़के अभिभावक, दो घंटे तक जाम लगाया
लाला जगत नारायण डीएवी पब्लिक स्कूल की तरफ से फीस व एनुअल चार्ज में बढ़ोतरी के विरोध में बच्चों के अभिभावकों ने सोमवार को बस स्टैंड पर लगभग दो घंटे का जाम लगाकर प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, गढ़दीवाला : लाला जगत नारायण डीएवी पब्लिक स्कूल की तरफ से फीस व एनुअल चार्ज में बढ़ोतरी के विरोध में बच्चों के अभिभावकों ने सोमवार को बस स्टैंड पर लगभग दो घंटे का जाम लगाकर प्रदर्शन किया। अभिभावकों ने फीस में 40 से 80 प्रतिशत तक बढ़ोतरी को कम करने के लिए 13 जुलाई को मांग पत्र प्रिसिपल अमित नागवान को दिया था। उस समय प्रिसिपल ने भरोसा दिलाया था कि वह उनकी बात मैनेजमेंट के समक्ष रखेंगे। इसके लिए 25 जुलाई की तिथि तय की गई थी लेकिन सोमवार को जब अभिभावक स्कूल में पहुंचे, तो स्टाफ से प्रिसिपल के बारे में पूछा। उन्होंने बताया कि प्रिसिपल जरूरी मीटिग के लिए बाहर गए हैं और शाम तक लौटेंगे। इसके कारण अभिभावक भड़क उठे और शुभम सहोता, राजन कुमार व प्रदीप कुमार की अगुवाई में प्रिसिपल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बस स्टैंड पर पहुंचे। यहां सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
आठ अगस्त का समय मिलने पर शांत हुए स्वजन
जाम की सूचना मिलते नायब तहसीलदार मनोहर लाल ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया लेकिन प्रदर्शनकारी प्रिसिपल को यहां आकर बात करने की जिद पर अड़ गए। नायब तहसीलदार ने जब प्रिसिपल को फोन करके आने के लिए कहा तो शाम तक लौटने वाले प्रिसिपल मात्र 20 मिनट में ही आ गए। इसके बाद उन्होंने बच्चों के अभिभावकों से बात करने के लिए कहा जिस पर प्रिसिपल ने स्कूल में जाकर मामले को हल करने का भरोसा दिया। इसके चलते अभिभावकों ने प्रशासन और प्रिसिपल की बात को मानकर जाम खत्म कर दिया और सभी अभिभावक स्कूल में पहुंच गए। वहां प्रिसिपल ने फोन पर स्कूल मैनेजमेंट से बात करके मामले का हल निकालने के लिए आठ अगस्त का समय निर्धारित किया।
.. जब एसएचओ से हुई तू-तू मैं-मैं
जाम के दौरान माहौल उस वक्त थोड़ा गरमा गया जब प्रदर्शन में शामिल एक महिला को एसएचओ ने इस मामले में राजनीति करने की बात कह दी। इसके कारण प्रदर्शनकारी भड़क गए और गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने एसएचओ और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी और एसएचओ को महिला से माफी मांगने की जिद पर अड़ गए, लेकिन नायब तहसीलदार मनोहर लाल ने बीच बचाव करते हुए प्रदर्शनकारियों को समझा कर मामला शांत करवा दिया।