शराब पीने से मना किया तो दातर से गर्दन पर वार कर उतारा मौत के घाट
25 नवंबर को कस्बा हरियाना के गांव सहिजादपुर में पीर की दरगाह में सेवा करने वाले सेवादार के कत्ल के मामले में थाना हरियाना की पुलिस ने हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
संवाद सहयोगी, हरियाना : 25 नवंबर को कस्बा हरियाना के गांव सहिजादपुर में पीर की दरगाह में सेवा करने वाले सेवादार के कत्ल के मामले में थाना हरियाना की पुलिस ने हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित की पहचान रवि कुमार पुत्र छेदी लाल निवासी भुंदू खेड़ा, थाना विकारपुर, जिला उनायू, यूपी के तौर पर हुई है।
आरोपित दो दिन पहले सेवादार कस्तूरी लाल (70) पुत्र मनीराम की हत्या कर फरार हो गया था। पुलिस ने ट्रैप लगाकर आरोपित को काबू किया है।
पुलिस हिरासत में रवि कुमार ने बताया कि उसने 25 नवंबर को रात को शराब पी थी। बाद में वह कस्तूरी लाल को भी शराब पीने के लिए कहने लगा। मजाक-मजाक में शराब कस्तूरी लाल को देनी चाही तो कस्तूरी लाल भड़क गया और उसने उसके साथ गाली-गलौज शुरू कर दिया, जिसके बाद वह कमरे से बाहर निकल गया। कस्तूरी लाल शराब पिलाने के बात से काफी खफा था और गाली-गलौज बंद नहीं कर रहा था।
इस दौरान उसने भी गाली-गलौज किया तो कस्तूरी लाल ने अपने कमरे में पड़ा एक दातर उठा लिया और उसको मारने के लिए आगे बढ़ा, लेकिन उसने कस्तूरी लाल से दातर छीनने की कोशिश की। कस्तूरी लाल ने जब दातर नहीं छोड़ा तो उसने कस्तूरी लाल को धक्का देकर गिरा दिया। इस दौरान कस्तूरी के हाथ में पकड़ा दातर छूट गया और उसने दातर उठाकर कस्तूरी पर वार कर दिया जो उसकी गर्दन पर लगा और कस्तूरी बेसुध हो गया। कस्तूरी के बेसुध होने के बाद भी उसने उस पर कई वार किए, जिसके बाद कस्तूरी ने दम तोड़ दिया। थाना हरियाना के इंचार्ज दिलबाग सिंह ने बताया कि कस्तूरी को मौत के घाट उतारने के बाद रवि उसका मोबाइल फोन, साइकिल व एटीएम कार्ड लेकर फरार हो गया था।
मोबाइल से मिली लोकेशन, ट्रैप लगा धरा
थाना हरियाना के इंचार्ज इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह ने बताया कि रवि कुछ दिन पहले ही यहां काम करने के लिए आया था। किसी जानकार ने उसे पोल्ट्री फार्म में रखवाया था। उसी से कुछ दूरी पर पीर दरगाह थी, जहां कस्तूरी लाल रहता था। कस्तूरी की हत्या के बाद वह कस्तूरी का मोबाइल भी ले गया था और उसी मोबाइल की लोकेशन को ट्रेस कर पुलिस ने आरोपित को काबू कर लिया। जहां काम करता था, वहां नहीं थे रवि के दस्तावेज
जिस पोल्ट्री फार्म में रवि काम कर रहा था उसके मालिक के पास रवि का कोई भी पहचान पत्र व कोई जरूरी दस्तावेज नहीं था। जब मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की तो कोटला नोध सिंह के पास मिल रही थी। पुलिस ने इस दौरान इलाके में जांच शुरू कर दी और नाकेबंदी के दौरान आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़ा।