जज्बे से हकीकत में बदली आर्मी ऑफिसर बनने की इच्छा
हजारी लाल, होशियारपुर होश संभालते ही बड़ा होकर आर्मी अफसर बनने की दिल में जागी इच्छ
हजारी लाल, होशियारपुर
होश संभालते ही बड़ा होकर आर्मी अफसर बनने की दिल में जागी इच्छा को जज्बे ने हकीकत में बदल दिया। ऐसा करिश्मा करके होनहार गबरू ने खुद की काबलियत का लोहा मनवाने सहित मिनी काशी होशियारपुर के नाम को भी चार चांद लगा दिए हैं। जी हां, शहर का सिर गर्व से ऊंचा करने वाला यह पंजाबी गबरू है हितेश शर्मा, जिसने नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) की परीक्षा में देश भर में 94वां रैंक हासिल किया है।
हितेश की इस बड़ी कामयाबी से होशियारपुर का मान बढ़ा है। बेटे हितेश शर्मा की इस अपार सफलता से बीएसएनएल आफिसर्स कॉलोनी में रहने वाले भारत संचार निगम लिमिटेड होशियारपुर में बतौर सहायक महाप्रबंधक पवन शर्मा और सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल रेलवे मंडी होशियारपुर में बतौर वाइस ¨प्रसिपल तैनात रजनी बाला भी फूले नहीं समा रहे हैं, क्योंकि हितेश ने उनकी ईच्छाओं का चार चांद लगा दिए हैं।
'दैनिक जागरण' से बातचीत में हितेश शर्मा ने बताया कि सेंट जोसफ स्कूल राम कॉलोनी कैंप से उसने दसवीं पास की। जब वह आठवीं में पढ़ता था, तभी से ही उसके मन में ईच्छा जाग गई थी कि वह बड़ा होकर आर्मी ऑफिसर बनेगा। पिता पवन शर्मा की भी दिली तमन्ना थी कि वह बड़ा होकर आर्मी ऑफिसर बने। सो, होश संभालते ही उसने इसके लिए अपना मिशन शुरू कर दिया। इसके लिए दिन-रात पढ़ाई की और अच्छे नंबर लेकर आता रहा। उसके सपनों को पर उस समय बल मिला, जब उसे महाराजा रंजीत ¨सह आर्म्ड सोर्सेज पेफरेटरी इंस्टीट्यूट मोहाली में 11वीं के लिए प्रवेश मिला। यहां पर पढ़ाई के साथ-साथ एनडीए की तैयारी करवाई जाती है। उसने यहीं से 12वीं पास की।
इसी साल अप्रैल में एनडीए की परीक्षा में बैठा था। 350 सीटों के लिए देश के पांच लाख विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। बड़े गर्व की बात है कि इस परीक्षा में उसने 94वां स्थान हासिल किया है। जनवरी से पुणे में वह एनडीए की तीन साल ट्रे¨नग हासिल करेगा।
हितेश का कहना है कि वह आर्मी ऑफिसर बनकर देश की सेवा करना चाहता है। हितेश की इस सफलता पर माता रजनी बाला, पिता पवन शर्मा सहित एमएससी कर रही बहन मेघा शर्मा भी खुशी से फूले नहीं समां रहे हैं।