Move to Jagran APP

कब्जाधारियों पर कार्रवाई करने से पहले निगम की लापरवाही की 'सर्विस' करना जरूरी

सर्विस लेन से अवैध कब्जों को हटाने के लिए दैनिक जागरण के अभियान पर लंबी नींद के बाद नगर निगम जागा और फिर ट्रैफिक पुलिस के इंचार्ज के साथ बैठक की।

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Feb 2021 05:17 PM (IST)Updated: Mon, 08 Feb 2021 06:43 AM (IST)
कब्जाधारियों पर कार्रवाई करने से पहले निगम की लापरवाही की 'सर्विस' करना जरूरी
कब्जाधारियों पर कार्रवाई करने से पहले निगम की लापरवाही की 'सर्विस' करना जरूरी

जागरण संवाददाता, होशियारपुर : सर्विस लेन से अवैध कब्जों को हटाने के लिए दैनिक जागरण के अभियान पर लंबी नींद के बाद नगर निगम जागा और फिर ट्रैफिक पुलिस के इंचार्ज के साथ बैठक की। इसमें संयुक्त टीम का गठन कर एक्शन प्लान बनाया गया। इसके बावजूद अभी यह प्लान सिर्फ टेबल पर चर्चा तक ही सीमित है। क्योंकि, अतिक्रमणकारियों पर अभी तक प्रशासनिक डंडा नहीं चल पाया। या यूं कहें कि निगम को एक्शन के बदले में रिएक्शन का डर सता रहा है। एक सप्ताह बीतने के बाद जमीनी स्तर पर ढीली कारगुजारी निगम पर कई सवाल खड़े कर रही है। ट्रैफिक पुलिस के इंचार्ज नरिदर कुमार ने निगम के अधिकारियों को कार्रवाई के संबंध में गाइड भी किया था ताकि यह ठोस तरीके से हो सके। लेकिन अभी भी निगम हरकत में नहीं आया है। यहां तक कि मीटिग में ट्रैफिक पुलिस ने निगम के अधिकारियों को पूरा सहयोग करने का भरोसा भी दिलाया था। अब केवल निगम अधिकारियों का उदासीन रवैया ही कार्रवाई के आड़े आ रहा है। इससे यह बात साफ है कि निगम अफसर खुद कार्रवाई करने के मूड़ में नहीं है।

loksabha election banner

पहली काल पर पहुंचे थे मीटिग पर : ट्रैफिक इंचार्ज

ट्रैफिक इंचार्ज नरिदर कुमार ने बताया था कि अपनी कमियों को किसी पर थोपना ठीक नहीं है। निगम कुछ दिन तक यही राग अलापता रहा कि ट्रैफिक पुलिस से मीटिग का टाइम नहीं मिला, लेकिन सच्चाई यह है कि मीटिग के लिए केवल उन्हें एक बार और वह भी दो दिन पहले बोला गया था। लोगों की समस्या के हल के लिए तुरंत मीटिग में पहुंच भी गए थे। लेकिन बताया यह जा रहा था कि मीटिग ट्रैफिक पुलिस की ढील के कारण लेट हुई। उन्होंने बताया कि मीटिग में कार्रवाई का पूरा भरोसा दिया है। अब केवल निगम की लापरवाही से ही कार्रवाई नहीं हो रही, वह तो इसके लिए 24 घंटे तैयार हैं। उन्होंने बताया कि निगम की टीम की ओर से अभी तक कब्जाधारियों का एक भी चालान तक नहीं काटा गया।

कब्जे ज्यों के त्यों

सर्विस लेन पर कब्जाधारी अभी भी डटे हुए हैं और एक इंच भी कब्जा नहीं हटा है। जहां एक तरफ निगम ने मीटिग का तर्क दिया था, वहीं कब्जाधारियों को चेतावनी भी दी थी कि पांच दिन के भीतर अपने आप कब्जे हटा लें, नहीं तो निगम कार्रवाई के लिए मजबूर होगा। परंतु हैरानी वाली बात कि अभी तक कब्जाधारी डटे हुए हैं और उन्होंने मर्जी से एक भी कब्जा नहीं हटाया। यानी यह कहना गलत नहीं होगा कि इनको जिला प्रशासन का कोई डर नहीं है और इस तरह का रवैया प्रशासन के लिए खुली चुनौती है। हर शाम को सर्विस लेन अहाते में तबदील होती है और सरेआम शराब परोसने का धंधा चल रहा है।

जल्द करेंगे कार्रवाई : इंस्पेक्टर संजीव अरोड़ा

इस संबंध में निगम की तहबाजारी के इंस्पेक्टर संजीव अरोड़ा से बात की गई तो उन्होंने फिर आश्वासन दिलाया कि कार्रवाई जल्द होगी। कहा कि निगम पूरी तरह तैयार है, कार्रवाई किसी भी समय हो सकती है बस अधिकारियों के ग्रीन सिग्नल का इंतजार है। सिग्लन कब मिलेगा, कार्रवाई कब होगी इस सवाल का कोई ठोस जवाब नहीं मिला।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.