निगम की टीम और रिटायर्ड इलेक्शन तहसीलदार उलझे
कोरोना को लेकर चाहे प्रशासन लोगों को आदेशों का पालन करने की लाख अपीलें करें परंतु लोग मानने को तैयार नहीं हैं।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : कोरोना को लेकर चाहे प्रशासन लोगों को आदेशों का पालन करने की लाख अपीलें करें परंतु लोग मानने को तैयार नहीं हैं। वह बिना मास्क लगाए घरों से बाहर निकल रहे हैं। जिसके कारण आदेशों के अनुसार चालन भी काटे जा रहे हैं, पहले तो यह चालान काटने की ड्यूटी पुलिस मुलाजिमों की दी गई थी परंतु पिछले कुछ दिनों से यह काम अब निगम को भी सौंप दिया गया है जो इन दिनों मास्क न पहने वालों के चालान काटने में मसरुफ हैं। परंतु यदि आदेश पालन करने में सरकारी मुलाजिम जो कभी गस्टर्ड पोस्ट पर रहे हो आनाकानी करें तो मामला अधिक गंभीर हो जाता है। ऊपर से यदि वह चालान काटने वाले मुलाजिमों पर ही धौंस दिखाने लगे और उन्हें बुरा भला कहने लगे तो फिर क्या कहना।
कुछ ऐसा ही मामला शुक्रवार को सरकारी कालेज चौक के इलाके में देखने को मिला जहां निगम के इंस्पेक्टर संजीव अरोड़ा व इंस्पेक्टर लखविदर सिंह टीम के साथ पंजाब पुलिस के मुलाजिम के साथ मिलकर मास्क न पहने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे थे और चालान काट रहे थे। इस दौरान मौके पर रिटायर्ड इलेक्शन तहसीलदार अतिदर कुमार अपनी स्कूटी पर बिना मास्क लगाए घूमते हुए आ पहुंचे। फिर क्या था इस दौरान इंस्पेक्टर संजीव अरोड़ा ने अतिदर कुमार को मास्क न पहने का कारण पूछा व साथ में उन्हें चालान कटवाने के लिए कहा तो जनाब रिटायर्ड तहसीलदार भड़क गए और इंस्पेक्टर संजीव अरोड़ा को बुरा भला कहना शुरू कर दिया। उन्होंने इस दौरान उनसे अपनी अथारिटी दिखाने के लिए कहा। काफी बहस हुई यहां तक की जब चालान काटा तो तहसीलदार साहिब ने चालान ही लेने से मना कर दिया।उल्टा उन्हें शिष्टाचार सिखाने लगे। काफी बहस होने बाद भी जनाब अपनी मास्क न पहने की गलती को मानने के लिए तैयार नहीं थे और मौके से बिना चालान कटाए धौंस दिखाते हुए निकल गए व मौके पर मौजूद पुलिस मुलाजिम व निगम के अधिकारी चुपचाप खड़े रहे। हैरानी बात तो यह रही कि मौके पर मौजूद पुलिस मुलाजिमों ने इस दौरान तहसीलदार को पूछना तो क्या उसे रोकने की भी जरुरत न समझी और सारा तमाशा देखते रहे।