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खाने-पीने वाले पदार्थों की शुरू होगी माइक्रो टेस्टिग : डा. लखवीर सिंह

प्रदेश सरकार के मिशन तंदुरुस्त पंजाब के अंतर्गत खाने-पीने वाले पदार्थों की शुद्धता मानक व क्वालिटी जांचने के लिए स्टेट फूड कमिशन की ओर से जिला में 3 बड़े फ्रिजों एक चिलर व 2 कैरियर उपलब्ध करवाए गए हैं

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 11:57 PM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 11:57 PM (IST)
खाने-पीने वाले पदार्थों की शुरू होगी माइक्रो टेस्टिग : डा. लखवीर सिंह
खाने-पीने वाले पदार्थों की शुरू होगी माइक्रो टेस्टिग : डा. लखवीर सिंह

जागरण टीम, होशियारपुर,

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प्रदेश सरकार के मिशन तंदुरुस्त पंजाब के अंतर्गत खाने-पीने वाले पदार्थों की शुद्धता, मानक व क्वालिटी जांचने के लिए स्टेट फूड कमिशन की ओर से जिला में 3 बड़े फ्रिजों, एक चिलर व 2 कैरियर उपलब्ध करवाए गए हैं ताकि खाने-पीने वाले पदार्थों की माइक्रो टेस्टिग को यकीनी बनाया जा सके।

जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. लखवीर सिंह ने इस संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि स्टेट फूड कमिश्नर की ओर से किया यह प्रयास बहुत ही प्रशंसनीय है जो कि मिशन तंदुरुस्त पंजाब को असरदार तरीके से अमलीजामा पहनाने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने बताया कि पहले लिए जाते सैंपलों को ज्यों का त्यों रखने के लिए फारमालिन का प्रयोग किया जाता था पर अब इन फ्रिजों, चिल्लरों व कैरियर के मिलने से खाने-पीने वाले पदार्थों के सैंपलों को आसानी से असल हालत में रखा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से यह मशीनें देने से स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी हाईटेक हो जाएंगी, जिससे आने वाले समय में सैंपलिग व टेस्टिग में और तेजी लाई जाएगी।

डा. लखवीर सिंह ने बताया कि अब लिए गए सैंपलों की माइक्रो टेस्टिग भी संभव हो जाएगी क्योंकि सैंपल लेने के समय प्राप्त किए पदार्थों को इन मशीनों के माध्यम से उनके असल हालत में संभाल कर रखा जा सकेगा जो कि पहले बहुत मुश्किल काम था। उन्होंने बताया कि कम अवधि वाले खाने-पीने वाले पदार्थों की अवधि बढ़ाने के लिए अब किसी केमिकल का प्रयोग नहीं किया जाएगा। उन्होंने जिले के अंदर खाने-पीने वाले पदार्थों की बिक्री करने व इन पदार्थों को तैयार करने वालों को अपील करते हुए कहा कि वे सार्वजनिक हितों व मौजूदा स्वास्थ्य संकट के मद्देनजर शुद्ध, मानक व क्वालिटी पदार्थों की बिक्री को यकीनी बनाएं व किसी भी तरह के बासी या मिलावटी पदार्थ की बिक्री न करें। उन्होंने बताया कि माइक्रो टेस्टिग में दूध, पनीर, मीट, मछली व दूध से बनने वाले कई पदार्थ शामिल है, जिनके स्तर व शुद्धता के प्रति सभी को सजग रहने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि स्टेट फूड कमिश्नर की हिदायतों के अनुसार जिले में सैंपलिग व टेस्टिग तेज की जाएगी व किसी भी तरह की लापरवाही पाए जाने पर कानून अनुसार सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। खाने-पीने वाले पदार्थों की बिक्री करने वालों को अपील करते हुए डा. लखवीर सिंह ने कहा कि वे अपने पदार्थों की खरीद-फरोख्त वाले स्थान पर अपने आउटलेटों तक भी कोल्ड चेन को यकीनी बनाएं ताकि लोगों को सेहतमंद व ताजी वस्तुएं उपलब्ध हो सकें। इस मौके पर फूड सेफ्टी अधिकारी रमन विर्दी व हरदीप सिंह भी मौजूद थे।


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